scriptcheating : ‘पुत्री ने मोबाइल देख कर बताया पापा लोन पास हो चुका है’ | Loan agentcheated many pepole by prossesing loan in mobile phones in p | Patrika News

cheating : ‘पुत्री ने मोबाइल देख कर बताया पापा लोन पास हो चुका है’

locationसूरतPublished: Oct 24, 2021 07:40:00 pm

Submitted by:

Dinesh M Trivedi

– पीडि़तों के मोबाइल में लोन की प्रोसेस करके हड़प लेता था लाखों रुपए – पुणागाम का लोन एजेन्ट गिरफ्तार, एक दिन के रिमांड पर

CYBER CRIME : अब संचार यंत्र बने नए हथियार, लगातार बढ़ रहे वार

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सूरत. डिजीटलाइजेशन के दौर में कई लोग स्मार्टफोन रखते हैं लेकिन अनपढ़ या कम पढ़े लिखे होने के कारण वे उसका पूरी तरह से इस्तेमाल नहीं कर पाते है। अधिकतर कामों के लिए अन्य लोगों की मदद लेते है। जिसका फायदा उठा कर अपराधिक तत्व उन्हें अपने जाल में फंसा लेते है।
पुणागाम इलाके में ऐसा ही एक मामला सामने आया है। लोगों के मोबाइल फोन विभिन्न कंपनियों के लोन की प्रोसेस करके एक एजेन्ट ने उनके बैंक खातों से लोन के हजारों रुपए हड़प लिए। बाद मामले का खुलासा होने पर पुणागाम पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी एजेन्ट को गिरफ्तार किया।
जानकारी के अनुसार पुणागाम हरिकृष्ण अपार्टमेंट निवासी लोन एजेन्ट विजय उनागरा ने पुणागाम सत्यनारायण सोसायटी निवासी संजय काकडिया के साथ ठगी की। हीरा कारखाने में काम करने वाले संजय की लॉकडाउन के बाद से माली हालत बिगड़ गई थी।
उन्होंने जुलाई में रुपयों की जरुरत पडऩे पर पुणागाम राजमहल एसी मॉल में लोन एजेन्ट के रूप में काम करने वाले विजय से संपर्क किया था। विजय ने उनके मोबाइल में नेवी फाइन सर्व प्राइवेट लिमिटेड नाम के कंपनी से उनकी 65 हजार रुपए की लोन करवाई थी। इसके बदले 7 हजार 600 रुपए कमीशन लिया था।
अगस्त में पुत्री की कॉलेज की फिस भरने के लिए संजय को दुबारा एक लाख रुपए की जरुरत पड़ी तो उन्होंने विजय से संपर्क किया। विजय ने मोबाइल में नेवी फाइन के एप देख कर कहा कि आपके बैंक खाते में एक लाख रुपए का लेनदेन दिखाओंगें तभी आपका लोन पास होगा। संजय ने उससे कहा कि मेरे पास तो रुपए हैं ही नहीं मैं कैसे ट्रांजेक्शन करूं।
इस पर विजय ने मोबाइल ले लिया और कहा कि मैं अपने मित्र से एक लाख रुपए ट्रांसफर करवाता हूं जो मैं वापस मेरे खाते में ले लूंगा। ये होने के कुछ दिन बाद आपका लोन पास हो जाएगा। फिर उसी ने मोबाइल में प्रोसेस किया। उनके फेडरल बैंक के खाते में 85 हजार 982 जमा हुए। जो बाद में उसने अपने खाते में ट्रांसफर कर लिए।
बाद में बताया कि 17 अगस्त को हमें कंपनी की अडाजण ब्रांच से लोन का चैक मिलेगा। घर लौटने के बाद संजय ने अपनी पुत्री को मोबाइल दिखाया तो उसने बताया कि उनका लोन पास हो गया हैं और दो किश्तें कटने के बाद शेष राशि उनके खाते में जमा हुई थी। अगले दिन संजय ने विजय से मिल कर इस बारे में बात की तो वह टालता रहा।
कई बार चक्कर लगाने पर उसने 35 हजार रुपए लौटाए। लेकिन 50 हजार 900 रुपए नहीं लौटाए। इस बीच उन्हें पता चला कि विजय ने उनकी तरह कई लोगों के साथ इस तरह से ठगी की थी। उन्हें साथ लेकर संजय ने शनिवार को पुणागाम थाने में लिखित शिकायत दी। पुणागाम पुलिस ने संजय की प्राथमिकी दर्ज कर विजय को गिरफ्तार किया और रविवार शाम उसे अदालत में पेश कर एक दिन के रिमांड पर लिया है।
दर्जनों लोगों के साथ की ठगी

मामले की जांच कर रही महिला पुलिस उप निरीक्षक एलबी सैनी ने बताया कि विजय उनागरा ने एक दर्जन लोगों के साथ इसी तरह से ठगी की है। संजय के अलावा पंकज काकडिया से 36 हजार, योगेश उनागरा से 29 हजार, विधवा वनिता डढाणिया से 81 हजार, दिनेश मस्के से 19 हजार, कश्यप वाघेला से 35 हजार, दिनेश वर्मा से 80 हजार, शैलेष डाभी से 30 हजार, पुरुषोत्तम हापाणी से 25 हजार समेत अन्य लोगों समेत कुल 7 लाख 37 हजार 100 रुपए की ठगी सामने आई है। विजय से पूछताछ की जा रही है।

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