लॉकडाउन 4 से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए 20 लाख करोड़ रुपए के पैकेज का ऐलान किया था। उसके बाद वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने लगातार सिलसिलेवार मीडिया में आकर इस पैकेज में मिल रही रियायतों को सामने रखा और बताया कि किस तरह यह अर्थव्यवस्था को गति देगा। इसके बाद से ही सूरत में भी लोगों को इन रियायतों का इंतजार है। लॉकडाउन खुलने के बाद उद्यमियों के साथ ही नवउद्यमियों ने भी अपने लिए विकल्प तलाशने शुरू कर दिए हैं। उन्होंने अपने कारोबार को गति देने के लिए बैंकों से ऋण को प्राथमिकता दी है। फिलहाल ऋण वितरण से पहले फार्म ही बांटे जा रहे हैं। फार्म लेने के लिए भी बड़ी संख्या में लोग बैंक शाखाओं के बाहर कतार लगा रहे हैं।
इसके अलावा लॉकडाउन 4 में कंटेन्मेंट एरिया से बाहर कारोबारी गतिविधियों की छूट मिलने के बाद लोगों ने अपने कामधंधों को दोबारा पटरी पर लाने की कवायद शुरू की है। मंगलवार को मनपा प्रशासन के एसओपी जारी करने के बाद बुधवार से लोगों ने अपने कार्यस्थलों का रुख कर लिया था। गुरुवार को भी कारोबारी गतिविधियों पर लोगों ने अपना फोकस रखा। कपड़ा मार्केट के बाद अब लूम्स कारखानों में भी कामकाज शुरू करने की तैयारियां जोर पकड़ रही हैं। कंटेन्मेंट एरिया से बाहर कई लूम्स मालिकों ने बंद पड़ी मशीनों को शुरू करने से पहले उनकी स्थिति का जायजा लिया और ट्रायल शुरू किया है। आगामी कुछ दिनों में शहर में कारोबारी गतिविधियों के जोर पकडऩे की बात कही जा रही है।