20 जुलाई को पुन: निकलेगी भगवान की बाहुड़ा यात्रा जगन्नाथ सेवा समति के अध्यक्ष अशोक पटेल ने बताया कि रथ यात्रा से पूर्व सूर्य पूजा, पंचदेव पूजन एवं हवन, पहंडी विधि, छेरा पंहरा आदि विधियां की जाएंगी। भगवान जगन्नाथ को उनके मंदिर से निकालकर परिसर में दूसरे जगह नौ दिन तक पूजा, आरती, प्रसाद सेवन और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होंगे। 20 जुलाई को पुन: भगवान की बाहुड़ा यात्रा निकलेगी। रथ यात्रा की तैयारी पूर्ण कर ली हैं। अभी सामरवरणी स्थित भगवान जगन्नाथ मंदिर में देवघर, पूजा गृह, वाचनालय और श्रद्धालुओं के लिए आरामगृह का निर्माण चल रहा है। यहां जगन्नाथ भगवान, विमला मंदिर, शिव और गणेश के अलग-अलग मंदिर निर्माणाधीन हैं। मंदिर स्थल पर एक छोटे से भवन में भगवान जगन्नाथ की प्राण-प्रतिष्ठा 27 मार्च 2016 को की गई थी, तब से नियमित पूजा-अर्चना चल रही है।
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