बाढ़ नियंत्रण केन्द्र के अनुसार शहर में अब तक 1342 व खानवेल में 1654 मिमी बारिश हुई है जो पिछले दस वर्षों में सबसे कम है। गत वर्षों में सन 2015 में सबसे कम 1700 मिमी बारिश हुई थी, जिसमें डेम में पानी संग्रहण के लिए थोड़ी मुश्किल हुई थी। इस वर्ष डेम में पानी भरने से वर्षभर पेयजल, सिंचाई और हाइड्रो पावर के लिए समस्या नहीं रहेगी। डेम के हाइड्रो पावर से प्रतिदिन 5.6 मेगावाट विद्युत उत्पादित होती है। यह विद्युत मोटा पोंडा के जेटको से सप्लाई होती हैं। मधुबन डेम महाराष्ट्र, गुजरात व संघ प्रदेश प्रशासन की संयुक्त बहुउद्देशीय परियोजना है। इससे वर्षभर गुजरात को 40 एमजीडी, दादरा नगर हवेली को 12.75 एमजीडी तथा दमण को 5.25 एमजीडी पानी की आपूर्ति होती है। गुजरात के पारडी तालुका के 78, उमरगांव तालुका के 37 गांव व कपराड़ा के 5 गांव पेजयल व सिंचाई के लिए मधुबन डेम पर आश्रित हैं। डेम के पानी से गुजरात के 41023 हेक्टर दानह के 7044 हेक्टर तथा दमण के 3071 हेक्टर क्षेत्र वर्षभर हरा-भरा रहता है। इस बार अल्पवृष्टि से डेम के दरवाजे बंद ही रहे।