अधिक कलक्टर को ज्ञापन देकर परिपत्र को वापस लेने की मांग
जादूगरों के अनुसार गुजरात में 11 से 15 ही बड़े जादूगर हैं और बड़े शो करते हैं। बाकी के जादूगर बहुत छोटे स्तर पर अपनी कला दिखाकर जीवनयापन कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि स्कूल में अनुमति लेकर ही रिसेस या आखिरी पीरियड में जादू दिखाते हैं और काफी कम फीस लेते हैं। ज्यादातर साल में चार महीने ही स्कूलों में जादू के लिए जाते हैं। अधिक कलक्टर कमलेश राठौड़ को ज्ञापन देकर इस परिपत्र को वापस लेने की मांग की गई और ऐसा न होने पर भविष्य में आत्मदाह की चेतावनी भी दी गई है।
जादूगरों के अनुसार गुजरात में 11 से 15 ही बड़े जादूगर हैं और बड़े शो करते हैं। बाकी के जादूगर बहुत छोटे स्तर पर अपनी कला दिखाकर जीवनयापन कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि स्कूल में अनुमति लेकर ही रिसेस या आखिरी पीरियड में जादू दिखाते हैं और काफी कम फीस लेते हैं। ज्यादातर साल में चार महीने ही स्कूलों में जादू के लिए जाते हैं। अधिक कलक्टर कमलेश राठौड़ को ज्ञापन देकर इस परिपत्र को वापस लेने की मांग की गई और ऐसा न होने पर भविष्य में आत्मदाह की चेतावनी भी दी गई है।
रोजी रोटी बंद हो जाएगी
इस बारे में नवसारी के कमलेश जादूगर ने बताया कि कई जादूगर ऐसे हैं जिनका घर ही गांव या स्कूलों में जादू दिखाकर चलता है। स्कूलों में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, गांधी विचार, पानी बचाओ, सफाई अभियान जैसे कई जागरुकता संदेश भी जादू के साथ दिए जाते हैं। जादू दिखाने पर बच्चों से एक से पांच रुपए लिए जाते हैं। कई बार बच्चे यह भी नहीं देते हैं, तब भी जादू दिखाया जाता है। ऐसे आदेश से रोजी रोटी बंद हो जाएगी।
इस बारे में नवसारी के कमलेश जादूगर ने बताया कि कई जादूगर ऐसे हैं जिनका घर ही गांव या स्कूलों में जादू दिखाकर चलता है। स्कूलों में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, गांधी विचार, पानी बचाओ, सफाई अभियान जैसे कई जागरुकता संदेश भी जादू के साथ दिए जाते हैं। जादू दिखाने पर बच्चों से एक से पांच रुपए लिए जाते हैं। कई बार बच्चे यह भी नहीं देते हैं, तब भी जादू दिखाया जाता है। ऐसे आदेश से रोजी रोटी बंद हो जाएगी।