Must Read Related News; Ahmedabad News ‘महा’ चक्रवात के गुजरात तट से टकराने का खतरा फिलहाल टला चक्रवाती तूफान ‘Maha’ ने बदला प्रदेश का मौसम, कई इलाकों में तेज हवाओं के बीच चल रहा बारिश का दौर
चक्रवाती तूफान के कारण प्रदेश में बदला मौसम, जैसलमेर में बारिश के साथ गिरे ओले Weather Alert- तूफान का असर, 32 जिलों में फिर बारिश का अलर्ट रोते किसान गा रहे ‘अब मत बरस म्हारा इंदरराजा’
सब्जियां भी बर्बाद, खेतों में भरा पानी, किसान परेशान
वलसाड. बेमौसम बरसात ने धरतीपुत्रों की हालत दयनीय कर दी है। बरसात का पानी खेतों में भरने से फसलें खराब हो गई हैं। खेतों में उगाई सब्जियां भी बर्बाद होने से किसानों के लिए हालात ज्यादा मुश्किल हो गए हैं।
शुक्रवार रात को चार इंच बरसात हुई। पूरी रात बरसात के बाद खेतों में तैयार फसल से अच्छे दिनों की उम्मीद पाले किसानों को निराशा ही हाथ लगी है। हजारों किसानों को बेमौसम बरसात ने नुकसान पहुंचाया है। अभी तक कोई नेता किसानों के साथ नहीं दिख रहा है। राज्य सरकार द्वारा भी अभी तक कोई सहायता की जानकारी नहीं है।
कपराड़ा विधायक ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर किसानों को सहायता देने की मांग की है। जिले में धान के अलावा कई सब्जियां भी उगाई जाती हैं। खेतों में पानी भरने से वे खराब हो गई हैं। धरमपुर के किसान अल्केश पटेल ने बताया कि इस बार बरसात अच्छी हुई थी। दीपावली के पहले और बाद में भी बिना मौसम बरसात हुई और खेतों में पानी भरने से पूरी फसल खराब हो गई, जिससे किसानों को व्यापक नुकसान हुआ है।
वलसाड. बेमौसम बरसात ने धरतीपुत्रों की हालत दयनीय कर दी है। बरसात का पानी खेतों में भरने से फसलें खराब हो गई हैं। खेतों में उगाई सब्जियां भी बर्बाद होने से किसानों के लिए हालात ज्यादा मुश्किल हो गए हैं।
शुक्रवार रात को चार इंच बरसात हुई। पूरी रात बरसात के बाद खेतों में तैयार फसल से अच्छे दिनों की उम्मीद पाले किसानों को निराशा ही हाथ लगी है। हजारों किसानों को बेमौसम बरसात ने नुकसान पहुंचाया है। अभी तक कोई नेता किसानों के साथ नहीं दिख रहा है। राज्य सरकार द्वारा भी अभी तक कोई सहायता की जानकारी नहीं है।
कपराड़ा विधायक ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर किसानों को सहायता देने की मांग की है। जिले में धान के अलावा कई सब्जियां भी उगाई जाती हैं। खेतों में पानी भरने से वे खराब हो गई हैं। धरमपुर के किसान अल्केश पटेल ने बताया कि इस बार बरसात अच्छी हुई थी। दीपावली के पहले और बाद में भी बिना मौसम बरसात हुई और खेतों में पानी भरने से पूरी फसल खराब हो गई, जिससे किसानों को व्यापक नुकसान हुआ है।