शुगर मिल परिसर में आयोजित सभा में मुख्यमंत्री ने कहा कि एकता रथयात्रा ‘लार्जर इंटरेस्ट ऑफ द नेशन’ की प्रेरक बनेगी। अगर सरदार पटेल न होते तो देश का नक्शा कुछ और होता। रजवाड़ों को एक न किया होता तो आज जूनागढ़ और हैदराबाद जाने के लिए भी हमें वीजा लेना पड़ता। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने सूर्य शक्ति किसान योजना की भी शुरुआत की। उन्होंने कहा कि गुजरात का किसान अब सूर्य शक्ति से बिजली पाकर कृषि के साथ-साथ बिजली बेचकर आर्थिक रूप से समृद्ध होगा। देश में पहली बार भाजपा की सरकार समर्थन मूल्य घोषित कर नवंबर से गन्ने की खरीद शुरू करेगी।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ईश्वर परमार ने कहा कि अखंड भारत के शिल्पी सरदार वल्लभभाई पटेल की दुनिया में सबसे ऊंची प्रतिमा का 31 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकार्पण करेंगे। इससे पहले राज्य के गांवों में सरदार पटेल का एकता और अखंडता का संदेश पहुंचाया जाएगा। यह यात्रा दो चरणों में होगी।
वन एवं आदिजाति विकास मंत्री गणपतसिंह वसावा ने कहा कि राष्ट्र निर्माण में सरदार पटेल के योगदान की स्मृति सदियों तक बनी रहे, इसके लिए प्रधानमंत्री ने उनकी बड़ी प्रतिमा का स्वप्न देखा था, जो अब साकार होने जा रहा है। ऊर्जा मंत्री सौरभ पटेल ने कहा कि राज्य सरकार किसानों की बिजली और पानी की जरूरतें पूरी करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने सूर्यशक्ति किसान योजना के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
आधा पंडाल खाली था, भाषण के दौरान और चल दिए
मुख्यमंत्री की सभा के दौरान गर्मी से त्रस्त लोग पंडाल छोड़ कर रवाना होने लगे। मुख्यमंत्री का भाषण शुरू होने से पहले ही आधा से ज्यादा पंडाल खाली था। सुबह से लोग सरकारी और निजी वाहनों में सभा स्थल पर पहुंचने लगे थे, लेकिन पंडाल में उमस और गर्मी ने उन्हें परेशान कर दिया। पंडाल में पुख्ता पेयजल व्यवस्था नहीं होने
से भी उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ा।