बारडोली. सूरत जिले के मांडवी तहसील में पिछले एक सप्ताह से आदमखोर तेंदुए ने आतंक मचा रखा है। वन विभाग की टीम अरेठ, पातल जैसे गांवों में जाकर संगीत के माध्यम से लोगों में जागरुकता फैला रही है। वहीं लोगों को सूरज ढलने के बाद खेत में नहीं जाने की सूचना दी जा रही है। तेंदुए को पकडऩे का भी प्रयास किया जा रहा है।
बारडोली. सूरत जिला के पातल गांव में तेंदुए ने एक बच्ची का शिकार करने के बाद आदमखोर तेंदुए ने कोसंबा के निकट अंकलेश्वर तहसील के भरण गांव में पांच साल के बच्चे पर हमला कर दिया। घायलावस्था में बच्चे को कीम स्थित साधना अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां पर उसकी मौत हो गई।
कोसंबा और अंकलेश्वर के बीच भरण गांव में अक्षय भाई के खेत से गन्ना काटने वाले मजदूरों के पड़ाव है। मजदूरों के साथ नंदुरबार जिले के पिंटुभाई वियारवा वलवी उनकी पत्नी और पांच साल के बेटे किशन के साथ गन्ना काट रहे थे। इसी दौरान एक तेंदुआ बच्चे को उठाकर भाग निकला। माता-पिता ने देखते ही शोर मचाना शुरू कर दिया। लोगों के शोर मचाने पर तेंदुआ बच्चे को घायल कर भाग निकला। घायल बच्चे को तुरंत कीम स्थित साधना अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उसकी मौत हो गई। तेंदुए के हमले से लोगों में दहशत है। उल्लेखनीय है कि पिछले एक सप्ताह से सूरत जिले में आदमखोर तेंदुए ने हाहाकार मचा रखा है।