पुलिस के मुताबिक, मोरागांव निवासी श्रमिक महिला सुधा के दो बच्चों का शिवांग (7) और सुहानी (5) का शुक्रवार को अपहरण हो गया। एलएण्डटी में काम करने वाली सुधा व एस्सार में काम करने वाला उसका पति सुशील दोनों सुबह 7 बजे काम पर चले गए थे।
दोनों बच्चे घर पर ही थे। शाम को जब दोनों लौटे तो बच्चे गायब मिले। पड़ोसियों से पता चला कि एक युवक उन्हें ले गया। बच्चे उसे अंकल बुला रहे थे। वे बच्चों को ढूंढने में जुट गए। इस बीच रात आठ बजे सुधा के मोबाइल पर उसकी छोटी बहन सीमा के प्रेमी गोपाल राम कॉल आया।
उसने बताया कि सीमा उसे छोड़ कर कहीं चली गई हैं। तुम्हें पता होगा। दोनों बच्चे उसके पास है। यदि सीमा को मेरे पास नहीं भेजा तो मैं बच्चों को मार डालूंगा। उसने बच्चों से बात करवाई और धमकी दी कि पुलिस के पास गए तो अंजाम बुरा होगा।
सुधा व उसके पति ने तुंरत इच्छापोर पुलिस से संपर्क किया। मामले की गंभीरता देखते थाना प्रभारी स्वप्निल पंड्या और पुलिस टीम गुप्त रूप से सक्रीय हो गई। पुलिस ने गोपाल का मोबाइल ट्रैक पर डाला। उसका लॉकेशन हजीरा गांव की हजीरा चाल बता रहा था।
लेकिन उसका पिन प्वाइंट लोकेशन नहीं मिल पा रहा था। देर रात पुलिस ने टीमें बनाई और हजीरा चाल में कॉबिंग शुरू की। पुलिस ने सभी घरों को खंगालना शुरू कर दिया। पुलिस की कार्रवाई देख तडक़े तीन बजे गोपाल दोनों को बच्चों को लेकर चाल से निकला। पुलिस की टीम चाल के आसपास भी सादे कपड़ों में थी। पुलिस ने संदिग्ध हालात में उसे बच्चों के साथ भागते देखा तो गोपाल को पकड़ लिया।
दो साल पूर्व सूरत आकर की थी शादी
मध्यप्रदेश के जबलपुर क्षेत्र की मूल निवासी सुधा की पहली शादी 2009 में मनीष से हुई थी। उसकी बहन सीमा की शादी मनीष के छोटे भाई मनोज से हुई थी। सुधा की दोनों संताने उसकी पहली शादी से थी। मनीष और मनोज की मौत के बाद दोनों बहने दो साल पूर्व मजदूरी के लिए सूरत आ गई थी। यहां सुधा ने सुशील से दूसरी शादी की। जबकि सीमा गोपाल के साथ रह रही थी।
मध्यप्रदेश के जबलपुर क्षेत्र की मूल निवासी सुधा की पहली शादी 2009 में मनीष से हुई थी। उसकी बहन सीमा की शादी मनीष के छोटे भाई मनोज से हुई थी। सुधा की दोनों संताने उसकी पहली शादी से थी। मनीष और मनोज की मौत के बाद दोनों बहने दो साल पूर्व मजदूरी के लिए सूरत आ गई थी। यहां सुधा ने सुशील से दूसरी शादी की। जबकि सीमा गोपाल के साथ रह रही थी।