कोरोना का असर प्री मानसून कामों पर ही नहीं, होली से पहले शुरू हुए विकास कामों पर भी देखा जा रहा है। खासकर सोसायटियों के आंतरिक रास्तों का काम अटकने से वहां रह रहे लोगों को मुश्किल पेश आ रही है। मनपा प्रशासन ने होली से पहले जनवरी-फरवरी माह में सोसायटियों के आंतरिक रास्तों का काम हाथ में लिया था। इन रास्तों पर रिकार्पेट का काम तो हो गया, लेकिन दोनों ओर पेवर ब्लॉक बनाने का काम अटक गया था। अधिकारियों और ठेकेदार ने मजदूरों के होली पर घर चले जाने को इसकी बड़ी वजह बताया था।
इस बीच ठेकेदारों ने दूसरे नए प्रोजेक्ट्स पर काम शुरू कर दिया। अधूरा पड़ा काम शुरू हो पाता इससे पहले कोरोना के कारण लॉकडाउन हो गया। उसके बाद से अधूरे पड़े रास्ते लोगों के जी का जंजाल बने हुए हैं। शुक्रवार रात हुई बारिश ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है। मौसम विभाग पहले ही इस बार अच्छी बारिश की बात कह चुका है। ऐेसे में लोगों को डर है कि मानसून ने जोर पकड़ लिया तो बारिश के बीच इन ऊबड़-खाबड़ रास्तों पर चलना खासा मुश्किलभरा साबित होगा। कोरोना के बीच बारिश का पानी जमा होने से संक्रामक रोगों का खतरा भी बढ़ जाएगा। लोगों ने स्थानीय पार्षदों पर जोर देकर अधूरे कामों को पूरा करने का दबाव बनाना शुरू किया है।
लिखा है पत्र मेरे क्षेत्र में भी कई सोसायटियों में पेवर ब्लॉक का काम बाकी है। मनपा अधिकारियों को नए काम शुरू करने से पहले अधूरे पड़े कामों को पूरा करना चाहिए। अधिकारी चाहें तो बारिश के जोर पकडऩे से पहले ही पेवर ब्लाक का काम पूरा कराया जा सकता है। इससे लोगों को बारिश में खासी सहूलियत रहेगी।
भावेश रबारी, पार्षद, सूरत मनपा
भावेश रबारी, पार्षद, सूरत मनपा