जीएसटी के पहले की तरह बिल बनाने पर कई व्यापारियों की सहमति
सूरत कपड़ा बाजार में पिछले दो दिन से पेमेन्ट सिस्टम को लेकर सोशल मीडिया पर मैसेज वायरल हो रहे हैं। मैसेज में वीवर्स की ओर से पेमेन्ट को लेकर की जाने वाली सख्ती पर नाराजगी जताई गई है। इस बीच रविवार को व्यापार प्रगति संघ के सदस्यों और व्यापारियों की मीटिंग हई। मीटिंग में व्यापारियों ने पेमेन्ट सिस्टम पर भी चर्चा हुई। चर्चा के अंत में व्यापारियों ने जीएसटी के पहले जिस तरह वीवर्स माल की कुल कीमत, डिस्काउन्ट और दलाली कुल मिलाकर बिल बनाते थे। उस तरह से फिर से बिल बनाने की मांग की है। जीएसटी लागू होने के बाद कई कारणो से वीवर्स ने सिर्फ कपड़ो की कीमत का बिल बनाना शुरू कर दिया है। व्यापारियों का कहना है कि वह 10 दिनों में पेमेन्ट के साथ इसी शर्त पर माल खरीदेंगे कि नए ढंग से बिल बनाया जाए और कपड़े की कीमत बिल में जो भी हो उन्हें अंत में 6 प्रतिशत डिस्काउन्ट चाहिए। व्यापार प्रगति संघ के संजय जगनानी ने बताया कि व्यापारी जीएसटी के पहले जिस तरह बिल बनाया जाता था उसी तरह से वीवर्स से बिल का आग्रह कर रहें हैं। इस तरह से दोनो पक्ष आपसी समझ में नए तरीके से व्यापार कर सकते हैं।