दानह में सैकड़ों प्राथमिक शिक्षकों की सेवा पर लटक रही तलवारबार-बार मौका देने के बावजूद टैट उत्तीर्ण नहीं कर सके
Sword hanging in service of hundreds of primary teachers in DanahDespite repeated chances, Tat could not pass.
सिलवासा. प्रशासन के विभिन्न विभागों में संविदा और दैनिक भोगी कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया जा रहा है। जिला पंचायत प्राथमिक शिक्षण विभाग में कार्यरत दैनिक भोगी और संविदा पर कार्यरत अध्यापकों की नौकरी पर कभी भी तलवार चल सकती है। विभाग में
कई अध्यापक टीचर एलीजिबिलिटी टेस्ट (टैट) पास नहीं कर सके हैं। ऐसे अध्यापकों को सेवा से हटना पड़ सकता है। चालू सप्ताह से माध्यमिक शिक्षा विभाग में नए शिक्षकों की नियुक्ति के साथ संविदा पर कार्यरत अध्यापकों की सेवा निरस्त कर दी गई है।
अध्यापकों के एक मामले में मुंबई हाइकोर्ट ने आदेश जारी किया है कि स्कूलों में टैट अनुत्तीर्ण अध्यापक सेवा योग्य नहीं हैं। दैनिक भोगी और कॉन्ट्रेक्टर बेसिस पर काम करने वाले अध्यापकों द्वारा टैट उत्तीर्ण नहीं करने की स्थिति में उनकी सेवा आगे नहीं बढ़ाई जा सकती। शिक्षा विभाग ने टेट पास करने के लिए अध्यापकों को बार बार मौका दिया, लेकिन कईअध्यापक टैट उत्तीर्ण नहीं कर सके हैं। नियमित सेवा के लिए टैट उत्तीर्ण के साथ लिखित परीक्षा व साक्षात्कार आवश्यक है। इनमें कुछ अध्यापक वर्ष 2009 के पहले से अध्यापन कार्यरत थे। वर्ष 2009 में प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक स्कूलों में टीचर एलीजिबिलिटी टेस्ट अनिवार्य कर दिया था। वर्ष 2010 तक जिला पंचायत की स्कूलों में नॉन टैट पास वाले 457 अध्यापक अस्थाई तौर पर नौकरी पर लिए गए थे। इसमें 106 अध्यापकों ने पहले ही टैट उत्तीर्ण कर लिया, जिनकी सेवा नियमित कर दी गई है। जो अध्यापक टैट पास नहीं कर पाए वे वर्षो से कॉन्ट्रेक्ट बेसिस पर कार्य कर रहे थे। विभाग ने 22 दिसम्बर 2008 को 39 तथा 6 सितम्बर 2010 को 67 अध्यापकों की सेवा स्थाई की थी, जबकि सौ से अधिक अध्यापकों की सेवा अधर में लटकी हुई है।