– हर 3 साल में फीस का नया स्ट्रक्चर
मेडिकल कॉलेजों MBBS के लिए हर 3 साल में नया फीस का स्ट्रक्चर तैयार कर जारी किया जाता है। मेडिकल कॉलेजों MBBS के फीस स्ट्रक्चर के लिए अलग से एफआरसी FRC का गठन किया गया है। एफआरसी FRC ने साल 2024 तक के फीस स्ट्रक्चर को तैयार कर लिया है। इस स्ट्रक्चर से अभिभावकों को बड़ी राहत मिलने वाली है। क्योंकि आने वाले तीन सालों तक मेडिकल MBBS की फीस नहीं बढ़ेगी। अभी तक जो पुरानी फीस वसूली का रही है, वहीं फीस विद्यार्थियों से वसूली जाएगी। कोरोना के चलते शिक्षा सत्र 2021-22 में एफआरसी FRC की ओर से नई फीस तय नहीं की गई थी। तब से एफआरसी FRC की बैठक नहीं हो पाई थी। इसलिए 2021-22 के लिए पुरानी ही फीस ही विद्यार्थियों से वसूली गई थी।
– नई एडहॉक फीस भी हो गई तय:
इसके साथ साथ एफआरसी FRC ने नई नर्सिंग और फिजियो समेत अन्य 240 से अधिक मेडिकल MBBS कॉलेजों की एडहॉक फीस भी तय कर दी गई हैं। सामान्य रूप से फीस तय होने के 3 साल बाद इसमें 5 से 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी की जाती है। 2024 तक बढ़ाई जाने वाली 10 प्रतिशत जितनी फीस साल 2024 तक नहीं बढ़ेगी। वैसे पिछले साल प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों से नई फीस तय होने पर उसके अनुसार फीस जमा करने का शपथ पत्र लिया गया था। लेकिन अब फीस नहीं बढ़ने पर विद्यार्थियों और उनके अभिभावकों को किसी तरह की चिंता करने की आवश्यकता नहीं हैं। एफआरसी FRC की ओर से किसी तरह की फीस बढ़ोतरी नहीं होने पर शिक्षा सत्र 2021-22, 2022-23 और 2023-24 तक की फीस एक समान रहेगी।
– 5.93 लाख से 8.70 लाख तक रहेगी फीस:
राज्य की 14 स्वनिर्भर कॉलेजों MBBS में सरकारी कोटा सीट की फीस 5.93 लाख से 8.70 लाख तक को रहेगी। मैनेजमेंट कोटा की फीस 14.82 लाख से 18.40 लाख तक होगी। पीजी मेडिकल की सरकारी कोटा को फीस 6.93 लाख से 17.10 लाख होगी। मैनेजमेंट कोटा की फीस 22.30 लाख से 30.45 लाख होगी। जबकि डेंटल में 2 लाख के आसपास फीस तय है। इस पुरानी फीस के अनुआर ही फीस वसूली जाएगी।