सूरतPublished: Aug 07, 2023 08:01:05 pm
Divyesh Kumar Sondarva
सूरत. सूरत समेत प्रदेश और देश के मेडिकल कॉलेजों में 2023 शिक्षा सत्र की प्रवेश प्रक्रिया के साथ अन्य कक्षाओं की पढ़ाई चल रही है। इस बीच मेडिकल कॉलेजों में बायोमेट्रिक उपस्थिति को लेकर कड़ा रुख अपनाया जा रहा है। अब प्राध्यापकों को आने व जाने के समय बायोमेट्रिक से उपस्थिति दर्ज करवानी होगी। ऐसा नहीं होने पर बिना वेतन अनुपस्थिति दर्ज कर कड़ी कार्रवाई करने की चेतावनी दी गई है। सभी मेडिकल कॉलेजों को इसका सख्ती से पालन करने का निर्देश दिया गया है।
कई मेडिकल कॉलेजों में प्राध्यापकों की संख्या रिकॉर्ड पर नियमों के अनुसार होती है, लेकिन हकीकत कुछ ओर ही होती है। प्राध्यापकों की उपस्थिति को लेकर नेशनल मेडिकल कमिशन (एनएमसी) को बार-बार शिकायतें मिलती रही हैं। सीटों को बढ़ाने के लिए प्राध्यापकों का एक कॉलेज से दूसरे में स्थानांतरण भी किया जाता है। सीटें मिल जाने पर फिर से प्राध्यापक का स्थान रिक्त हो जाता है। साथ कई कॉलेजों में प्राध्यापक समय पर नहीं आने की भी शिकायतें मिलती रहती है। इसलिए प्राध्यापकों की उपस्थिति को लेकर कड़े कदम उठाए जा रहे हैं। शिक्षा सत्र शुरू होने से पहले एनएमसी की ओर से सभी मेडिकल कॉलेजों में बायोमेट्रिक अटेंडेंस सिस्टम को अनिवार्य रूप से लागू करने का परिपत्र जारी किया गया है। इसके पीछे का उद्देश्य प्राध्यापकों की उपस्थिति को लेकर मिलने वाली शिकायतें को रोकना है।