न्यू सिविल अस्पताल में मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन के प्रमुख डॉ. कमलेश दवे ने राजस्थान पत्रिका को बताया कि 7 मई को राज्य के सीनियर मंत्री और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक के बाद भी संतोषजनक परिणाम सामने नहीं आया है। इसलिए गुजरात मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन ने अपनी मांगों के समर्थन में प्रदर्शन करने का निर्णय किया है। इसे लेकर बुधवार को हुई बैठक में मेडिसिन, सर्जरी, गायनेक, पिड्याट्रिक, ईएनटी समेत अलग-अलग विभाग के मेडिकल टीचर्स जमा हुए। डॉ. दवे ने बताया कि सरकार डॉक्टरों की मांग स्वीकारने का पॉजिटिव रिस्पोंस तो दे रही है, लेकिन लिखित रुप से सरकार ने अब तक कोई निर्देश जारी नहीं किया है।
बैठक के बाद मेडिकल कॉलेज डीन और अधीक्षक को सौंपे आवेदन में उन्होंने बताया कि गुरुवार को नॉन कोविड मरीजों का इलाज नहीं करेंगे। इस दौरान इमरजेंसी तथा कोविड-19 मरीजों का इलाज जारी रखेंगे। इसके बाद भी सरकार ने कोई निर्णय नहीं किया तो शुक्रवार को किसी मरीज को उपचार नहीं दिया जाएगा। गौरतलब है कि 10 मई को मेडिकल टीचर्स ने हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी थी, लेकिन सरकार ने मांगे स्वीकारने का भरोसा देकर प्रदर्शन समाप्त करवा दिया था।
इंटरनेशनल नर्सिस डे पर नर्सिंग स्टाफ ने काली पट्टी बांधी गुजरात नर्सिंग स्टाफ ने अपनी मांगे पूरी नहीं होने पर इंटरनेशनल नर्सिस डे पर 12 से 17 मई तक काली पट्टी बांधकर विरोध जताने का निर्णय किया है। बुधवार को नर्सिंग स्टाफ अस्पताल परिसर में बैनर व पोस्टर लेकर विरोध प्रदर्शन करते दिखाई दिए। अन्य नर्सिंग स्टाफ ने काली पट्टी बांधकर ड्यूटी की। इसके बाद भी मांग स्वीकार नहीं हुई तो राज्य में 18 मई को सभी नर्सिंग स्टाफ हड़ताल करेंगे। कोरोना महामारी के दौरान नर्सिंग स्टाफ के 15 से 20 कर्मचारी की मौत हुई है। नर्सिंग स्टाफ ने केन्द्रीय कर्मचारियों की तरह नर्सिंग स्टाफ को सातवें वेतन आयोग के मुताबिक वेतन देने, बंद अलाउंस चालू करने, नर्सिंग छात्रों का स्टाइपेंड बढ़ाने समेत अन्य मांग सरकार के समक्ष रखी हैं।
मेडिकल ऑफिसरों ने भी शुरू किया प्रदर्शन गुजरात इन सर्विस डॉक्टर एसोसिएशन के वर्ग-1, 2 समेत प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, सामुहिक स्वास्थ्य केन्द्र पर कार्यरत डॉक्टरों ने भी मांगों के पूरा नहीं होने पर विरोध-प्रदर्शन शुरू किया है। इन्होंने 15 मई तक काली पट्टी बांधकर काम करने का निर्णय किया है। इस दौरान सांसद, विधायक और कलक्टर को आवेदन सौंपे जाएंगे। इसके बाद 17 से 22 मई तक पेन डाउन स्ट्राइक और 24 मई को सामूहिक अवकाश लेकर एक दिन की प्रतीक हड़ताल करने का निर्णय किया है। इसके बाद भी 31 मई तक मांग नहीं मानी गई तो अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी है। गुजरात इन सर्विस डॉक्टर एसोसिएशन ने भी सातवें वेतन आयोग के मुताबिक वेतन, अलाउंस समेत अन्य सुविधा बढ़ाने की मांग की है।