शीत ऋतु में प्रवासी पक्षियों से चहकने लगे घाट
सूरतPublished: Nov 16, 2021 07:50:04 pm
दादरा नगर हवेली के घने जंगल, दमण गंगा नदी के तट, कोतर एवं नदी-नालों के इर्द-गिर्द पक्षियों का जमावड़ा
शीत ऋतु में प्रवासी पक्षियों से चहकने लगे घाट
सिलवासा. शीत ऋतु की सुगबुगाहट होते ही नदी नालों पर प्रवासी पक्षियों का डेरा बढ़ गया है। उत्तरी राज्यों से प्रवासी पक्षियों का आवागमन बढ़ गया हैं। दादरा नगर हवेली के घने जंगल, दमण गंगा नदी के तट, कोतर एवं नदी नालों के इर्द-गिर्द पक्षियों का जमावड़ा देखा जा सकता है। उत्तरी राज्यों से कई किलोमीटर की यात्रा करके प्रवासी पक्षी पहुंच रहे हैं।
शीत ऋतु में दानह का तापक्रम 12 से 24 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहता है। बर्फीले हिमाचल, उत्तराखंड के पक्षी शीत ऋतु में गर्म प्रदेशों की और लौटने लगते हैं। जानकारों के अनुसार पक्षियों के प्रजनन व निवास के लिए दादरा नगर हवेली के पर्वतीय स्थल, नदी-नाले, घाटियां, घास के मैदान और घने पेड़ पौधे वाले जंगल उत्तम स्थल हैं। उत्तरी राज्यों के पक्षी खासकर प्रजनन के लिए खानवेल, मांदोनी, दुधनी, कौंचा के विरान जंगलों में चले आते हैं। यहां स्वतंत्र खाने-पीने, उडऩे, फिरने के साथ एवं मांसाहारी जीवों का खतरा नहीं है। जिले में दमण गंगा नदी तथा उसके जलाशयों के आसपास पक्षी ज्यादा डेरा डालते हैं। जंगली संपदा व जल में पाई जाने वाली छोटी मछलियां व कीड़े-मकोड़े इनके आहार हैं। दुधनी जलाशय के आसपास ऊँची-नीची घाटियों में पक्षियों की अनेक प्रजातियां निवास करती हैं। सतमालिया, लायन सफारी और लुहारी के जंगल पक्षियों के खास प्रजनन स्थल हैं। वन्यजीव विभाग के अधिकारियों का दावा है कि सर्दी के दौरान यूरेशियन ग्रीफन, किंग वल्चर जैसे पक्षी यहां शरण लेते हैं। वरिष्ठ वन अधिकारी विजय पटेल ने बताया कि भारत के नक्शे में दानह में हरीतिमा का ग्राफ बढ़ा है। शीत ऋतु का वातावरण यहां पूरे देश में सर्वश्रेष्ठ हैं। सर्दी की शुरुआत होते ही ठंडे प्रदेशों से राम चिरैया, शुतरमुर्ग, उल्लू, चकता, कबूतर, फाख्ता, सारस जैसे पक्षी जंगल व जलाशयों के इर्द-गिर्द डेरा जमा लेते हैं। वन विभाग की बर्ड बुक में एशियन ब्राउन फ्लाईकैचर, एशियन कौल, एशियन ओपन बिल, पान स्विफ्ट, बैंक मैना, बर्न ऑऊल, बयाविवर, शॉर्ट टॉयड ईगल, सफेद किंगफिशर, शिकरा, सफेद टेल चिडिय़ा, यलो वागटेल, ग्रीन पिगन, कॉपर स्मिथ बबूल, हाउस क्रो, क्रो फीसेंट, भारतीय मोर, कॉमन बाबलर, सेडपीपर, लाफिंग डव, जंगली कौआ, जंगल प्रिनिया, घरेलू चिडिय़ा, इंडियन रोबिन, इंडियन रोलर आदि सैकडों पक्षियों का समावेश है।