कांग्रेस इस वक्त प्रदेश के मेनिफेस्टो पर काम कर रही है। इसे अंतिम रूप देने से पहले सैम पित्रोदा और राज्यसभा सांसद मधुसूदन मिस्त्री सोमवार को सूरत आए। साइंस सेंटर में व्यापारियों से बातचीत करते हुए उन्होंने सुझाव मांगे जिन्हें मेनिफेस्टो का हिस्सा बनाया जा सके। संवाद कार्यक्रम में चर्चा के दौरान कपड़ा व्यापारियों ने कहा कि टैक्सटाइल प्रदेश का मुख्य व्यवसाय है। राज्य सरकार के ढांचे में एक टैक्सटाइल मंत्रालय भी होना चाहिए।
इससे कपड़ा उद्यमियों को बार-बार दिल्ली जाने और गांधीनगर में भी इधर-उधर भटकने से निजात मिलेगी। सचिन वीवर्स एसोसिएशन ने बिजली की दरों में कमी और प्रोफेशनल टैक्स से निजात की मांग भी की। सैम से मिलने आए अन्य लोगों ने सस्ती शिक्षा, सुलभ इलाज और आंगनवाडियों के रिक्त पदों को भरने का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा कि युवाओं को रोजगार बड़ी समस्या है और इसे मेनिफेस्टो का हिस्सा बनाया जाना चाहिए। सैम पित्रोदा और मिस्त्री की टीम शाम को चैम्बर पदाधिकारियों से भी मिली और मेनिफेस्टो के लिए उनसे भी सुझाव मांगे।
यह रहे मुददे
प्रदेश सरकार में टैक्सटाइल मंत्रालय
प्रोफेशनल टैक्स पूरी तरह खत्म हो
छोटे उद्योगों को सब्सिडी
उद्योगों को सस्ती बिजली
जीएसटी
सस्ती और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा
सस्ती स्वास्थ्य सेवाएं
उद्योगों को रिसर्च पर प्रोत्साहन
महिला सुरक्षा
चिकित्सकों के रिक्त पदों पर नियुक्ति
कृषि विकास पर फोकस
लैंड एक्विजिशन नियम हो तर्कसंगत
पहली बार कवायद
सैम पित्रोदा ने कहा कि अब तक हम लोगों से निजी संपर्क के आधार पर मेनिफेस्टो के लिए सुझाव मांगा करते थे। यह पहली बार है जब कांग्रेस व्यवस्थित तरीके से लोगों की सलाह के मुताबिक अपना मेनिफेस्टो तैयार कर रही है। इसके लिए टीम प्रदेश के पांच शहरों में गई और लोगों से संवाद किया। शुरुआत वड़ोदरा से हुई और अहमदाबाद, राजकोट, जामनगर होते हुए सोमवार को सूरत पहुंचे। हमने हर क्षेत्र के लोगों से बात कर उनके सुझाव लिए। अब हमारी टीम इसका एनेलिसिस कर रिपोर्ट तैयार करेगी। उसके बाद फाइनल मेनिफेस्टो पर काम शुरू होगा।