वहीं, निर्धारित उंचाई से अधिक बड़ी मूर्तियों के ४९ मामले दर्ज किए गए हैं जिनमें कुल ११३ मूर्तियां शामिल हैं। विभिन्न मंडलों को कुल ६ हजार, २९५ परमिट जारी किए गए हैं। विसर्जन यात्राओं के चलते शहर के कुल ३४ रास्तों को आम यातायात के लिए बंद किया गया है। ५ फीट तक की मूर्तियों के विसर्जन के लिए कृत्रिम तलाबों की व्यवस्था की गई है। वहीं, उससे बड़ी प्रतिमाओं के लिए डूमस व हजीरा समुद्र तटों पर ५ विसर्जन केन्द्र बनाए गए हंै।
जहां १० क्रेन की व्यवस्था भी की गई है। विसर्जन यात्राओं के दौरान शांति व व्यवस्था बनाए रखने के लिए १५४ प्रेशर प्वाइंट बनाए गए हंै। जिनमें १५ प्रेशर प्वाइंट मुख्य हैं। इन पर अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किया गया है। ५५ अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हंै।
इस साल शहर में छोटी-बड़ी ७० हजार से अधिक गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए ११ हजार से अधिक सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया था। इनमें स्थानीय पुलिस के अलावा आलाधिकारियों समेत ६०० अन्य शहरों के पुलिसकर्मी, ८ कंपनी रिजर्व पुलिस बल, २ कंपनी अर्ध सैनिक बल, ५ हजार होमगार्ड के जवान शामिल हंै। इसके अलावा यातायात समेत अन्य व्यवस्थाएं संभालने के लिए टीआरबी जवानों, ५११२ हॉक आई सदस्यों, ७१७८ फ्रेंड ऑफ पुलिस की मदद ली जा रही है।
बड़ी मूर्तियों का समुद्र में होगा विसर्जन
शर्मा ने बताया कि भागल की ओर से आने वाली पांच फीट से अधिक ऊंची प्रतिमाओं को विसर्जन के लिए हजीरा भेजा जाएगा। वहीं, उधना-मगदल्ला रोड व अठवालाइन्स की ओर आने वाली प्रतिमाओं को डूमस जाएगा।
व्यवस्था बनाए रखने व सहयोग की अपील
पुलिस की ओर से रविवार को विसर्जन यात्राओं के दौरान शांति व व्यवस्था बनाए रखने के लिए अपील की गई है।