सीबीएसई ने 10वीं की परीक्षा को रद्द और 12वीं की परीक्षा स्थगित करने की घोषणा की। इसके तुरंत बाद गुजरात सरकार ने गुजरात बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षा को स्थगित कर दिया और 1 से 9 व 11वीं के विद्यार्थियों को प्रमोशन देने की घोषणा की। इस घोषणा को लेकर असमंजस की स्थिति बन गई है। प्रमोशन लाभ है या वरदान यह किसी को समझ नहीं आ रहा है। लेकिन हाल की स्थिति को देख सभी का यह ही कहना है कि इसके अलावा कोई अन्य विकल्प ही नहीं है।
इस फैसले के चलते सूरत जिले के 9 लाख 92 हजार से अधिक विद्यार्थी दूसरी बार बिना परीक्षा दिए ही पास हो जाएंगे। दक्षिण गुजरात के अन्य जिलों की बात की जाए तो नवसारी जिले के 1 लाख 77 हजार, भरुच जिले के 2 लाख 42 हजार, वलसाड़ जिले के 2 लाख 82 हजार, डांग जिले के 56 हजार, नर्मदा जिले के 85 हजार और तापी जिले के 1 लाख 10 हजार विद्यार्थी बिना परीक्षा के ही अगली कक्षा में पहुंच जाएंगे। कुल मिलाकर दक्षिण गुजरात के 19 लाख से अधिक विद्यार्थी मास प्रमोशन का लाभ लेकर बिना परीक्षा अगली कक्षा में पहुंचने वाले हैं।