मामले की जांच कर रहे पुलिस निरीक्षक बी.डी.गोहिल ने बताया कि कतारगाम गजेरा स्कूल के पास लक्ष्मी रेजिडेंसी निवासी संदीप पटेल ने बुधवार को कतारगाम झीलपार्क सोसायटी निवासी हीरा दलाल कांती राखोलिया की हत्या कर दी।
बुधवार शाम को उसने कांती को गोटालावाड़ी बारडोलिया कंपाउन्ड रघुनंदन अपार्टमेंट के फ्लेट सी-4 में स्थित अपने कारखाने में बुलाया। बातों में बहला कर उसे कारखाने के एक कोने में ले गया। वहां उसे पीटा और फिर गला दबा कर हत्या कर दी। उसके बाद उसके कपड़े निकाल दिए और नग्न शव प्लास्टिक के बोरे में डाल दिया।
सबूत मिटाने के लिए आए मित्र ने किया खुलासा शव को ठिकाने लगाने के लिए उसने मित्र कोसाड़ आस्था रेजिडेंसी निवासी आशीष धामेलिया को बुलाया। आशीष कांती की मोटरसाइकिल, कपड़े और मोबाइल कामरेज ले जाकर फेंक दिए। उसके बाद आशीष को अहसास हुआ कि वह हत्या में संदीप का साथ देकर गलती कर रहा है। इसलिए रात में वह कतारगाम पुलिस थाने पहुंच गया। उसने पुलिस को कांती की हत्या के बारे में बताया। उधर कांती के रात में घर नहीं लौटने पर उसके परिजन परेशान थे। उसकी खोजबिन के करने के बाद वे गुमशुद्गी दर्ज करवाने के लिए कतारगाम थाने पहुंचे। आशीष से पूछताछ के बाद पुलिस संदीप को भी थाने ले आई।
दो साल में 15 लाख से अधिक रुपए ऐंठे संदीप ने पूछताछ में बताया कि दो साल पूर्व वह कांती व अन्य मित्रों के साथ सैर सपाटे के लिए गया था। उस दौरान कांती ने एक महिला के साथ आपत्तीजनक स्थिती में उसका वीडियो बना कर दिया। तब से वह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल करने की धमकी देकर ब्लैकमेल कर रहा था। दो साल के भीतर टुकड़ों में 15 लाख से भी अधिक रुपए ऐंठ लिए थे। लेकिन उसकी मांग बंद ही नहीं हो रही थी।
कुछ दिनों बाद वह फिर आ जाता और रुपए मांगने लगता था। उससे हमेशा के लिए छुटकारा पाने के लिए रुपए लेने के बहाने कारखाने बुलाया। फिर उसे कोने में ले जाकर पीटा और फिर गला घोंट कर हत्या कर दी। पुलिस ने गुरुवार सुबह संदीप की निशानदेही पर उसके कारखाने से शव बरामद किया। फिर कामरेज से अन्य साक्ष्य भी बरामद कर लिए।
चार लाख रुपए लेनदेन के विवाद में की हत्या कांती की हत्या को लेकर उसके चचेरेभाई हर्षद पुत्र गणेश राखोलिया ने संदीप व आशीष के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करवाई है। जिसमें उन्होंने ब्लैमेलिंग से इनकार करते हुए आरोप लगाया है कि कांती ने चार माह पूर्व संदीप को 4 लाख रुपए हीरे बेचने के लिए दिए थे। लेकिन संदीप उनका भुगतान नहीं कर रहा था।
वह लगातार उसे टाल रहा था। रुपए देने से बचने के लिए उसने कांती की हत्या की साजिश रची और फिर उसे अंजाम दिया। वहीं पुलिस का कहना हैं कि कांती के परिजनों के आरोप की पड़ताल की जा रही है।