Surat/नाना को नहीं मिला पोते का कब्जा, पिता के साथ जेल में रहेगा
दो दिन का रिमांड खत्म होने पर आरोपी पति को कोर्ट में न्यायिक हिरासत में भेजा

सूरत। उधना थाने की पुलिस उप निरीक्षक अमिता जोशी आत्महत्या मामले में शुक्रवार को आरोपित पति वैभव व्यास को कोर्ट ने न्यायिक हिरासत में भेज दिया। वैभव के साथ उसका चार साल का बेटा जैमिन भी जेल में ही रहेगा। बेटे ने नाना के बजाए पिता के साथ रहने का कहा, जिस पर कोर्ट ने नाना की कब्जा सौंपने की याचिका खारिज कर दी।
उधना थाने में तैनात पुलिस उप निरीक्षक अमिता जोशी ने रिवॉल्वर से गोली मार कर जान दे दी थी। जांच के दौरान अमिता के पुलिसकर्मी पति वैभव व्यास के अवैध संबंध और इसी कारण से अमिता ने आत्महत्या का कदम उठाने की बात सामने आई थी। पुलिस ने अमिता के पिता की शिकायत पर वैभव समेत ससुराल पक्ष के लोगों के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबुर करने का मामला दर्ज कर लिया था। पति वैभव को गिरफ्तार कर दो दिन के रिमांड पर लिया था। शुक्रवार को रिमांड खत्म होने पर पुलिस ने उसे कोर्ट में पेश किया। अतिरिक्त रिमांड की मांग नहीं करने पर कोर्ट ने अभियुक्त को न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश किया। साथ अमिता के पिता ने अधिवक्ता विरल मेहता के जरिए कोर्ट को अर्जी सौंपकर पोते जैमिन का कब्जा उन्हें सौंपने की मांग की, लेकिन चार साल के जैमिन ने नाना के बजाए पिता के साथ जाने की जिद्द की, जिसे ध्यान में रखते हुए कोर्ट ने नाना की अर्जी खारिज कर दी और पुत्र को पिता के साथ जेल में रहने को मंजूरी दी।
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