-अमृतसर एयरपोर्ट अथॉरिटी का भरपूर सहयोग भारतीय मछुआरे रमेश सोया की मृतदेह लेने वाघा-अटारी बॉर्डर गए गुजरात मत्स्य विभाग के पोरबंदर में तैनात असिस्टेंट सुप्रिटेंडेंट परवेज जिलानी महिड़ा ने बताया कि दो दशक में पहली बार ऐसा हुआ है कि पाकिस्तान सरकार ने भारतीय मछुआरे की मृतदेह कराची वाया दुबई होकर मुंबई अथवा अहमदाबाद भेजने के बजाय वाघा बॉर्डर भेजी गई। वाघा बॉर्डर से भारतीय इमिग्रेशन डिपार्टमेंट के सहयोग से शव की हस्तांतरण प्रक्रिया पूरी कर अमृतसर एयरपोर्ट लाकर कार्गो व टिकट सभी तरह की प्रक्रिया अमृतसर एयरपोर्ट अथॉरिटी के सहयोग से मात्र एक घंटे में संभव हो पाई अन्यथा इस प्रक्रिया में तीन घंटे आसानी से लग जाते हैं और तब तक अमृतसर-कोलकाता-अहमदाबाद फ्लाइट छूट जाती। इसके बाद शुक्रवार सुबह अहमदाबाद एयरपोर्ट से एम्बुलेंस के जरिए मृतदेह मृतक के पैतृक गांव रवाना की गई जो कि रात पौने आठ बजे तक वहां पहुंची। मृतदेह लेने गई गुजरात मत्स्य विभाग की टीम में महिड़ा के अलावा असिस्टेंट सुप्रिटेंडेंट तुषार जादव भी शामिल थे।