अवार्ड समारोह से पहले केन्द्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री हरदीपसिंह पुरी, केन्द्रीय राज्य कपड़ा एवं रेल मंत्री दर्शना जरदोश, सांसद सी.आर.पाटील की मौजूदगी में तीन दिवसीय समिट का उद्घाटन किया गया। इसके बाद पांच कैटेगरी में अलग-अलग 22 प्रोजेक्ट अवार्ड की घोषणा की गई। जिसमें 100 में से 24 शहरों ने अलग-अलग प्रोजेक्ट्स में अवार्ड हासिल किए। कुल 51 अवार्ड की घोषणा के साथ केन्द्रीय मंत्री हरदीपसिंह पुरी के हाथों इन शहरों के प्रतिनिधियों को अवार्ड अर्पण किए गए। जिसमें गुजरात के तीन शहरों को कुल आठ अवार्ड मिले, इनमें सबसे अधिक पांच अवार्ड सूरत, दो अहमदाबाद और एक अवार्ड वड़ोदरा को मिला। जबकि इंदौर के झोली में सबसे अधिक छह अवार्ड गए। इसके अलावा वाराणसी, भुवनेश्वर, अगरतला, तिरूपति, इरोड, तुमाकर, थाने, देहरादून, रांची, कल्याण-डोबिंवली और चंदीगढ़ आदी को भी स्मार्ट सिटी के अलग-अलग प्रोजेक्ट्स अवार्ड मिले। जबकि स्मार्ट सिटी ऑवरऑल परफॉर्मेंस में सूरत और इंदौर संयुक्त रूप से नंबर एक पर रहा।
सूरत इन प्रोजेक्ट्स के लिए मिले अवार्ड
- अर्बन मॉबिलीटी में डायनेमिक शिड्यूलिंग ऑफ बसेज के साथ तीसरे क्रम का अवार्ड
- बिल्ड एन्वायरमेंट में केनाल कोरीडोर के लिए दूसरे क्रम का अवार्ड
- वाटर में इंटीग्रेटेड एन्ड सस्टेनेबल वाटर सप्लाय सिस्टम के लिए तीसरे क्रम का अवार्ड
- सेनिटेशन में कन्जर्वेशन थ्रो ट्रीटेड वाटर के लिए तीसरे क्रम का अवार्ड
- ओवरऑल परफॉर्मेंस में प्रथम क्रम का अवार्ड
अहमदाबाद स्मार्ट लीडरशिप तो वड़ोदरा को गवर्नन्स में अव्वल स्मार्ट सिटी समिट के दौरान सोमवार को की गई अवार्ड की घोषणा में सूरत के अलावा गुजरात के अन्य दो स्मार्ट शहर अहमदाबाद और वड़ोदरा ने भी प्रोजेक्ट्स अवार्ड में बाजी मारी। गवर्नन्स में 100 स्मार्ट सिटी में वड़ोदरा पहले नंबर पर रहा। जबकि दूसरे नंबर पर थाने और तीसरे नंबर पर भुवनेश्वर रहा। वहीं, अहमदाबाद ने स्मार्ट सिटी लीडरशिप में बाजी मारी और पहले स्थान पर रहा। वहीं, अर्बन मोबिलिटी में ऑटोमेडेट पार्किंग सिस्टम प्रोजेक्ट के लिए अहमदाबाद तीसरे स्थान पर रहा।