scriptपालिका में चालक की नौकरी दिलाने के नाम पर सफाई कर्मचारी सेल के कन्वीनर ने मांगी रिश्वत | naukaree dilaane ke naam par safai karmachari se rishwat mangi | Patrika News

पालिका में चालक की नौकरी दिलाने के नाम पर सफाई कर्मचारी सेल के कन्वीनर ने मांगी रिश्वत

locationसूरतPublished: Sep 02, 2018 09:43:56 pm

Submitted by:

Sanjeev Kumar Singh

भाजपा पदाधिकारी के खिलाफ पीडि़त परिवार ने की पुलिस से शिकायत

file photo

पालिका में चालक की नौकरी दिलाने के नाम पर सफाई कर्मचारी सेल के कन्वीनर ने मांगी रिश्वत

भरुच.

भरुच पालिका के मोटर गैरेज विभाग में 11 माह के करार पर भर्ती किए गए चालक से भाजपा के सफाई कर्मचारी सेल के कन्वीनर ने नौकरी दिलाने के नाम पर ३४ हजार रुपए की मांग की। इस मामले में युवक और उसके परिवार ने भाजपा पदाधिकारी के खिलाफ पुलिस से शिकायत की। पुलिस को दी गई तहरीर में पीडि़त परिवार ने कहा कि भाजपा के सफाई कर्मचारी सेल के कन्वीनर की ओर से पिछले चार दिन से लगातार फोन कर रुपए वसूली की बात कही जा रही है।

भरुच पालिका में 11 माह के करार पर भर्ती चालक निलेश सोलंकी ने तहरीर में बताया कि वह पहले नगरपालिका में डेली वेज पर काम करता था। उनके पिता राजेश भाई पालिका की मोटर गैरेज शाखा में चालक के पद पर थे, इसी दौरान उनका निधन हो गया था। पालिका के पदाधिकारियों व अधिकारियों की ओर से पिता के स्थान पर उसे 11 माह की करार आधारित नौक री का आदेश मिला था।
आदेश के बाद से ही भाजपा के सफाई कर्मचारी सेल के कन्वीनर किरण सोलंकी की ओर से नौकरी दिलाने के नाम पर ३४ हजार रुपए की लगातार मांग की जा रही है। निलेश सोलंकी ने कहा कि भाजपा पदाधिकारी किरण सोलंकी आए दिन रुपए की वसूली के लिए उनके घर आता है और दिन भर में कई बार फोन कर परेशान करता है। रुपए नहीं देने पर आर्डर को कैंसिल कराने की धमकी भी दी जा रही है।

इनका कहना….

भरुच जिला भाजपा सफाई कर्मचारी सेल के कन्वीनर किरण सोलंकी ने कहा कि निलेश सोलंकी गरीब परिवार के होने से उसकी नौकरी के लिए सिफारिश कराई गई थी। उसने किसी के पास से ३४ हजार रुपए ब्याज पर लिया था और ब्याज की राशि को कम कराने के लिए वह उनसे मिला था जिसमें उन्होने सिर्फ मध्यस्थता की थी। नौकरी दिलाने के लिए किसी भी रुपए की मांग नहीं की गई है। आरोप लगाने वाला निलेश सोलंकी विरोधी यूनियन के महेश गोपाल सोलंकी और चंद्रकांत मोहन सोलंकी से मिलकर बदनाम करने का प्रयास कर रहा है। पूरी घटना में ब्याज का विवाद है। उन्होंने रुपए की मांग नहीं की है।

ट्रेंडिंग वीडियो