ट्रैक्टर और जेसीबी पर कॉलेज तक जाना पड़ता
कुछ महीना पहले ही मटवाड़ में सरकारी पॉलिटेक्निक कॉलेज शुरू किया गया है। कॉलेज में नवसारी समेत सूरत और वलसाड जिले से भी विद्यार्थी आते हैं, लेकिन यहां तक आने के लिए कॉलेज प्रशासन या एसटी डिपो की ओर से बसों का पर्याप्त इंतजाम नहीं होने से ऑटो रिक्शा में आना महंगा पड़ता है। कॉलेज में पढऩे वाले ज्यादातर विद्यार्थी मध्यम वर्ग परिवारों के हैं, जिनके लिए रोजाना ऑटो का किराया वहन करना संभव नहीं है। जान जोखिम में डालकर टेम्पो, ट्रैक्टर और जेसीबी पर कॉलेज तक जाना पड़ता है
कुछ महीना पहले ही मटवाड़ में सरकारी पॉलिटेक्निक कॉलेज शुरू किया गया है। कॉलेज में नवसारी समेत सूरत और वलसाड जिले से भी विद्यार्थी आते हैं, लेकिन यहां तक आने के लिए कॉलेज प्रशासन या एसटी डिपो की ओर से बसों का पर्याप्त इंतजाम नहीं होने से ऑटो रिक्शा में आना महंगा पड़ता है। कॉलेज में पढऩे वाले ज्यादातर विद्यार्थी मध्यम वर्ग परिवारों के हैं, जिनके लिए रोजाना ऑटो का किराया वहन करना संभव नहीं है। जान जोखिम में डालकर टेम्पो, ट्रैक्टर और जेसीबी पर कॉलेज तक जाना पड़ता है
नवसारी एसटी डिपो प्रबंधन को बस सेवा शुरू करने के लिए आवेदन दिया था मार्च में विद्यार्थियों ने कॉलेज प्रशासन के माध्यम से पॉलिटेक्निक कॉलेज के लिए विशेष बस सेवा शुरू करने के लिए नवसारी एसटी डिपो प्रबंधन को आवेदन दिया था। जिसमें सुबह कॉलेज शुरू होने और शाम को कॉलेज छूटने के समय बस चलाने की मांग थी। उस दौरान डिपो प्रबंधन ने सुबह एक बस विद्यार्थियों के लिए शुरू भी की थी, लेकिन नए सत्र में बस सेवा बंद हो जाने से विद्यार्थियों को परेशानी उठानी पड़ रही है। विद्यार्थियों का आरोप है कि दांडी जाने वाली बस को रोकने का प्रयास करने पर भी चालक नहीं रोकता है। इसके कारण उन्हें टैम्पो, ट्रेक्टर और जेसीबी पर बैठकर सफर पूरा करना पड़ता है। विद्यार्थियों के हंगामा करने पर डिपो प्रबंधक वीपी रावल ने सुबह साढ़े नौ बजे से दस बजे के बीच तथा शाम को लौटने के लिए शाम पांच बजे से साढ़े पांच बजे के बीच विद्यार्थियों के लिए एक विशेष बस चलाने का आश्वासन दिया। वीपी रावल ने कहा कि इस मांग के संबंध में उच्चाधिकारियों को अवगत करवाया है और दो दिन में सुबह दस बजे से पूर्व एक बस आवंटित की जाएगी।
होती है परेशानी
कुछ दिन पहले विद्यार्थियों के लिए शुरू बस बंद कर दी गई। मटवाड़ या उससे आगे दांडी जाने वाली बसों को चालक नहीं रोकते हैं। इसके कारण कॉलेज आने जाने में परेशानी होती है कई बार शाम को दो -दो घंटे तक बैठना पड़ता है। जान जोखिम में डालकर टेम्पो, ट्रैक्टर और जेसीबी पर कॉलेज तक जाना पड़ता है। सुबह शाम बस सेवा शुरू करने की मांग की है।
हेतल पाटील, छात्रा, पॉलिटेक्निक कॉलेज अटवाड़
कुछ दिन पहले विद्यार्थियों के लिए शुरू बस बंद कर दी गई। मटवाड़ या उससे आगे दांडी जाने वाली बसों को चालक नहीं रोकते हैं। इसके कारण कॉलेज आने जाने में परेशानी होती है कई बार शाम को दो -दो घंटे तक बैठना पड़ता है। जान जोखिम में डालकर टेम्पो, ट्रैक्टर और जेसीबी पर कॉलेज तक जाना पड़ता है। सुबह शाम बस सेवा शुरू करने की मांग की है।
हेतल पाटील, छात्रा, पॉलिटेक्निक कॉलेज अटवाड़
उच्च अधिकारियों को कराया अवगत
विद्यार्थियों की मांग के बारे में उच्च अधिकारियों को अवगत करवाया है। दो दिनों में उनका मेल आने पर सुबह पौने दस बजे से विशेष बस चलाई जाएगी। सरकार ने दो सौ किमी का नियम बनाया है, जिससे चालकों की ट्रिप का प्रबंधन करने से समय आगे पीछे हुआ है। बरसात के कारण रेलवे गरनाला बंद रहने से विजलपोर फाटक पर ही ट्रैफिक रहता है। इस वजह से भी समस्या है।
वीपी रावल, डिपो प्रबंधक, नवसारी
विद्यार्थियों की मांग के बारे में उच्च अधिकारियों को अवगत करवाया है। दो दिनों में उनका मेल आने पर सुबह पौने दस बजे से विशेष बस चलाई जाएगी। सरकार ने दो सौ किमी का नियम बनाया है, जिससे चालकों की ट्रिप का प्रबंधन करने से समय आगे पीछे हुआ है। बरसात के कारण रेलवे गरनाला बंद रहने से विजलपोर फाटक पर ही ट्रैफिक रहता है। इस वजह से भी समस्या है।
वीपी रावल, डिपो प्रबंधक, नवसारी