Must Read Related News https://www.patrika.com/ahmedabad-news/rain-in-saurashtra-and-south-gujarat-6253914/ मेघ हुए मेहरबान, दानह में झमाझम
सिलवासा. संघप्रदेश दादरा नगर हवेली में मेघ मेहरबान बने हैं। तेज बरसात के चलते निचले स्थानों में लोगों को जलभराव का सामना करना पड़ा। पंचायत मार्केट, इन्दिरा नगर, बाविसा फलिया में सड़कों पर पानी जमा होने से लोगों को परेशानियां झेलनी पड़ी। शाम तक सिलवासा में 38.6 मिमी व खानवेल में 31.4 मिमी बरसात दर्ज की गई है।
पिछले दो दिन से प्रदेश के सभी विस्तारों में मेघ मल्हार राग गा रहे हैं। दूरवर्ती क्षेत्र खानवेल, दुधनी, कौंचा, मांदोनी, सिंदोनी, खेरड़ी, सुरंगी, आंबोली, दपाड़ा, रांधा, किलवणी, गलौंडा में बरसात की जानकारी है। बारिश के कारण दूधनी जलाशय का जलस्तर बढऩे लगा है। जंगल विस्तार में तेज बारिश से दमणगंगा व साकरतोड़ नदियां भी बहने लगी हैं। लोगों को गर्मी और उमस से राहत मिल गर्ई है। तापमान में अचानक 10-12 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की है।
मानसून सक्रिय होते ही प्री मानसून कार्यों की पोल भी खुलने लगी है। शहर में सड़कों की मरम्मत नहीं होने से रास्ते बदहाल हो गए हैं। जगह-जगह रास्तों पर गड्ढ़े पड़ गए है। अंदरूनी सड़कों पर जलजमाव हो गया। आमली, पिपरिया अंबेडकर नगर, डोकमर्डी और आमली औद्योगिक विस्तार की सड़कों पर पानी भर गया। जुलाई मेंं झमाझम बारिश से किसानों के चेहरों पर रौनक लौट आई है। किसानों ने खेतों में धानरोपण के लिए हल जोत दिए हैं। बरसात से धान की पौध तेजी से वृद्धि कर रही है।
सिलवासा. संघप्रदेश दादरा नगर हवेली में मेघ मेहरबान बने हैं। तेज बरसात के चलते निचले स्थानों में लोगों को जलभराव का सामना करना पड़ा। पंचायत मार्केट, इन्दिरा नगर, बाविसा फलिया में सड़कों पर पानी जमा होने से लोगों को परेशानियां झेलनी पड़ी। शाम तक सिलवासा में 38.6 मिमी व खानवेल में 31.4 मिमी बरसात दर्ज की गई है।
पिछले दो दिन से प्रदेश के सभी विस्तारों में मेघ मल्हार राग गा रहे हैं। दूरवर्ती क्षेत्र खानवेल, दुधनी, कौंचा, मांदोनी, सिंदोनी, खेरड़ी, सुरंगी, आंबोली, दपाड़ा, रांधा, किलवणी, गलौंडा में बरसात की जानकारी है। बारिश के कारण दूधनी जलाशय का जलस्तर बढऩे लगा है। जंगल विस्तार में तेज बारिश से दमणगंगा व साकरतोड़ नदियां भी बहने लगी हैं। लोगों को गर्मी और उमस से राहत मिल गर्ई है। तापमान में अचानक 10-12 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की है।
मानसून सक्रिय होते ही प्री मानसून कार्यों की पोल भी खुलने लगी है। शहर में सड़कों की मरम्मत नहीं होने से रास्ते बदहाल हो गए हैं। जगह-जगह रास्तों पर गड्ढ़े पड़ गए है। अंदरूनी सड़कों पर जलजमाव हो गया। आमली, पिपरिया अंबेडकर नगर, डोकमर्डी और आमली औद्योगिक विस्तार की सड़कों पर पानी भर गया। जुलाई मेंं झमाझम बारिश से किसानों के चेहरों पर रौनक लौट आई है। किसानों ने खेतों में धानरोपण के लिए हल जोत दिए हैं। बरसात से धान की पौध तेजी से वृद्धि कर रही है।