हीरा उद्योग में नोटबंदी का असर नहीं
नोटबंदी का हीरा उद्योग पर ज्यादा असर नहीं पड़ा। नोटबंदी के दिनों में भी हीरा उद्योग में कामकाज सामान्य रहा था। हीरा उद्यमियों को नोटबंदी के दिनों में श्रमिकों का वेतन चुकाने और दैनिक खर्च में जरूर तकलीफ का सामना करना पड़ा, लेकिन कपड़ा उद्योग और रियल एस्टेट सेक्टर में जिस तरह अभी तक मंदी का माहौल है, ऐसा संकट हीरा उद्यमियों को नहीं झेलनी पड़ा। हीरा उद्यमी महेन्द्र नावडिय़ा ने बताया कि हीरा उद्योग को नोटबंदी से नहीं, जीएसटी के कारण ग्रहण लग गया है। जीएसटी से पहले हीरा उद्योग में कई व्यापारी हिसाब-किताब नहीं रखते थे। जीएसटी के बाद हिसाब-किताब की दिक्कत बढ़ी है और खर्च भी बढ़ गया है। दूसरी तरफ व्यापार घटता जा रहा है।
नोटबंदी का हीरा उद्योग पर ज्यादा असर नहीं पड़ा। नोटबंदी के दिनों में भी हीरा उद्योग में कामकाज सामान्य रहा था। हीरा उद्यमियों को नोटबंदी के दिनों में श्रमिकों का वेतन चुकाने और दैनिक खर्च में जरूर तकलीफ का सामना करना पड़ा, लेकिन कपड़ा उद्योग और रियल एस्टेट सेक्टर में जिस तरह अभी तक मंदी का माहौल है, ऐसा संकट हीरा उद्यमियों को नहीं झेलनी पड़ा। हीरा उद्यमी महेन्द्र नावडिय़ा ने बताया कि हीरा उद्योग को नोटबंदी से नहीं, जीएसटी के कारण ग्रहण लग गया है। जीएसटी से पहले हीरा उद्योग में कई व्यापारी हिसाब-किताब नहीं रखते थे। जीएसटी के बाद हिसाब-किताब की दिक्कत बढ़ी है और खर्च भी बढ़ गया है। दूसरी तरफ व्यापार घटता जा रहा है।
सूरत से विमान सेवा शुरू करने के लिए किसी ने प्रस्ताव नहीं रखा
केन्द्र सरकार की ओर से शुरू की गई उडान-3 योजना में देशभर में विविध उड्डयन कंपनियों ने गुजरात के अलग-अलग शहरों से विमान सेवा शुरू करने का प्रस्ताव रखा है, लेकिन सूरत के विमान सेवा के लिए किसी ने उत्साह नहीं दिखाया।
मिली जानकारी के अनुसार अहमदाबाद, भूज, राजकोट तथा पोरबंदर आदि शहरों से देश के अन्य शहरों के लिए विमान सेवा शुरू करने के लिए कंपनियों ने उत्साह दिखाया है, लेकिन सूरत से विमान शुरू करने के लिए कोई प्रस्ताव उड्ड़यन मंत्रालय में नहीं रखा गया।