जानकारी के मुताबिक, सूरत गर्वमेंट मेडिकल कॉलेज में मई माह में प्रथम वर्ष पीजी के एडमिशन प्रक्रिया शुरू होकर अगस्त तक पूर्ण हो जाती है, लेकिन कोरोना के कारण पी.जी. परीक्षा काफी देरी से हुई। इसके लिए परिणाम भी देरी से घोषित किए गए। लेकिन चार माह बीतने के बाद भी अब तक प्रथम वर्ष पीजी एडमिशन प्रक्रिया शुरू नहीं हो सकी है। इसके चलते मौजूदा रेजिडेंट डॉक्टरों पर कार्य का भार बढ़ा है। जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन ने बताया कि कॉलेज में तीन बैच हमेशा कार्य करते हैं। जबकि हाल में दो बैच पर भी पूरी जवाबदारी है। नीट-पीजी काउंसलिंग प्रक्रिया जल्दी शुरू करने की मांग के साथ जूनियर डॉक्टरों ने शनिवार से विरोध प्रदर्शन शुरू किया है।
अस्पताल और कॉलेज में रेजिडेंट डॉक्टर काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन किया। दो दिन में सरकार ने काउंसलिंग प्रक्रिया शुरू नहीं की तो सोमवार से रेजिडेंट डॉक्टर हड़ताल पर जाएंगे। जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन ने बताया कि ओपीडी सेवा और अस्पताल में रेजिडेंट कार्य नहीं करेंगे। इमरजेंसी सेवा को चालू रखने का निर्णय किया गया है। चिकित्सकों ने बताया कि कोर्ट में आरक्षण को लेकर सुनवाई जारी है, जिसके चलते भर्ती प्रक्रिया शुरू नहीं हो सकी है। डॉक्टर इस मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई कर जल्दी निर्णय करने की मांग कर रहे हैं। मामले की अगली सुनवाई 6 जनवरी को होगी।