मेडिकल में प्रवेश के लिए हुए नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (नीट) में सूरत के चार विद्यार्थियों का प्रदर्शन शानदार रहा है। इनमें से दो ने टॉप 20 तो दो ने टॉप 100 में स्थान हासिल किया है।
सीबीएसइ की ओर से 6 मई को देशभर में नीट की प्रवेश परीक्षा आयोजित की गई थी। इसका परिणाम सोमवार दोपहर जारी किया गया। सूरत के साहिल शाह ने टॉप 20 में 15वां और तनुज प्रेसवाला ने 18वां स्थान हासिल कर शहर का गौरव बढ़ाया। यह दोनों गुजरात में प्रथम और द्वितीय स्थान पर रहे हैं। इनके अलावा सूरत की विश्वा जीनवाला ने टॉप 100 में 40वां और पार्थ धामेलिया ने 51वां स्थान हासिल किया।
सीबीएसइ की ओर से 6 मई को देशभर में नीट की प्रवेश परीक्षा आयोजित की गई थी। इसका परिणाम सोमवार दोपहर जारी किया गया। सूरत के साहिल शाह ने टॉप 20 में 15वां और तनुज प्रेसवाला ने 18वां स्थान हासिल कर शहर का गौरव बढ़ाया। यह दोनों गुजरात में प्रथम और द्वितीय स्थान पर रहे हैं। इनके अलावा सूरत की विश्वा जीनवाला ने टॉप 100 में 40वां और पार्थ धामेलिया ने 51वां स्थान हासिल किया।
स्कूल का गौरव बढ़ाया
ज्ञानज्योत विद्यालय के 51 विद्यार्थी नीट की परीक्षा पास करने में सफल रहे हैं। चंद्रमोहन चौधरी ने 720 में से 528 अंक हासिल कर विद्यालय का नाम रोशन किया। पिता की साधारण नौकरी के कारण स्कूल की ओर से उसकी 11वीं और 12वीं की फीस माफ कर दी गई थी।
वेबसाइट हुई क्रेश
नीट का परिणाम जारी होने के बाद सभी विद्यार्थी परिणाम देखने में जुट गए। कुछ देर वेबसाइट सही चली, लेकिन अचानक क्रेश हो गई। देशभर के विद्यार्थी परिणाम देखने में जुटे थे, इसलिए इसे खुलने में परेशानी आई।
ज्ञानज्योत विद्यालय के 51 विद्यार्थी नीट की परीक्षा पास करने में सफल रहे हैं। चंद्रमोहन चौधरी ने 720 में से 528 अंक हासिल कर विद्यालय का नाम रोशन किया। पिता की साधारण नौकरी के कारण स्कूल की ओर से उसकी 11वीं और 12वीं की फीस माफ कर दी गई थी।
वेबसाइट हुई क्रेश
नीट का परिणाम जारी होने के बाद सभी विद्यार्थी परिणाम देखने में जुट गए। कुछ देर वेबसाइट सही चली, लेकिन अचानक क्रेश हो गई। देशभर के विद्यार्थी परिणाम देखने में जुटे थे, इसलिए इसे खुलने में परेशानी आई।
काफी प्रेक्टिस की
एमबीबीएस करने का सपना था, इसलिए नीट पर ध्यान केन्द्रित कर रखा था। नीट पास करने के लिए एनसीइआरटी से ही तैयारी की। जो पढ़ा, उसका बार-बार पुनरावर्तन किया। काफी प्रेक्टिस की, तब जाकर देश में 40वां स्थान हासिल कर पाई। एनसीइआरटी पर ही ध्यान रखा। इसके बाहर कुछ नहीं पढ़ा।
विश्वा जीनवाला, 40वां स्थान, नीट
एमबीबीएस करने का सपना था, इसलिए नीट पर ध्यान केन्द्रित कर रखा था। नीट पास करने के लिए एनसीइआरटी से ही तैयारी की। जो पढ़ा, उसका बार-बार पुनरावर्तन किया। काफी प्रेक्टिस की, तब जाकर देश में 40वां स्थान हासिल कर पाई। एनसीइआरटी पर ही ध्यान रखा। इसके बाहर कुछ नहीं पढ़ा।
विश्वा जीनवाला, 40वां स्थान, नीट
एनसीइआरटी को ही पढ़ा
पहले से तय कर लिया था कि एमबीबीएस करना है तो नीट देनी ही पड़ेगी। नीट सीबीएसइ की ओर से ली जाती है। इसलिए नीट पास करने के लिए एनसीइआरटी को ही पढ़ा और पास हो गया।
पार्थ धामेलिया, 51वां स्थान, नीट
पहले से तय कर लिया था कि एमबीबीएस करना है तो नीट देनी ही पड़ेगी। नीट सीबीएसइ की ओर से ली जाती है। इसलिए नीट पास करने के लिए एनसीइआरटी को ही पढ़ा और पास हो गया।
पार्थ धामेलिया, 51वां स्थान, नीट