scriptवापी में ३६ लाख की चोरी समेत तीन घटनाओं का राजफाश | Nepali gang caught three people including a wanted | Patrika News

वापी में ३६ लाख की चोरी समेत तीन घटनाओं का राजफाश

locationसूरतPublished: Mar 24, 2019 10:24:28 pm

Submitted by:

Dinesh M Trivedi

– क्राइम ब्रांच ने फाइनेंस कंपनी में चोरी करने के लिए आए नेपाली गिरोह के एक वांछित समेत तीन जनों को पकड़ा

file

वापी में ३६ लाख की चोरी समेत तीन घटनाओं का राजफाश

सूरत. क्राइम ब्रांच ने पिछले साल वापी के एक फ्लैट में हुई ३६ लाख रुपए की चोरी का भेद उजागर करते हुए रुस्तमपुरा इलाके की एक फाइनेंस कंपनी के कार्यालय में चोरी करने के लिए आए नेपाली गिरोह के एक वांछित समेत तीन जनों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उनके कब्जे से चोरी करने में इस्तेमाल किए जाने वाले औजार और एक मोटरसाइकिल भी जब्त की है।
मामले की जांच कर रहे पुलिस अधिकारी सीएच पनारा ने बताया कि आरोपी रूपसिंह बिष्ट, सागर खाती तथा मुंबई निवासी रोशन परिहार नेपाल के मूल निवासी हैं। कडोदरा चौराहे पर नीलम होटल के निकट रहने वाला रूपसिंह एवं सागर दोनों शातिर हैं। वे पहले भी चोरी के मामलों में गुजरात और महाराष्ट्र में पकड़े जा चुके है। उन्होंने वापी के एक फ्लैट से ३२ लाख रुपए नकद एवं जेवरों समेत कुल ३६ लाख, ७० हजार रुपए की चोरी के अलावा चौकबाजार थाना क्षेत्र में ११.९२ लाख रुपए की चोरी एवं बारडोली में ८३ हजार रुपए के जेवरों की चोरी करना कबूला है। वापी में जलाराम मंदिर के निकट जलाधाम अपार्टमेंट हुई चोरी में इनके साथ दो और लोग गोविंद बहादुर एवं भरत बहादुर भी शामिल थे। चौकबाजार में हुई चोरी में रूप सिंह का नाम सामने आने पर क्राइम ब्रांच उसकी खोज में जुट गई थी। इस बीच शनिवार रात तीनों एक मोटरसाइकिल पर सवार होकर चोरी के इरादे से रुस्तमपुरा इलाके में मुथूट फाइनेंस कंपनी के कार्यालय पर पहुंचे। उनका इरादा वहां पर चोरी करने का था, लेकिन चोरी की घटना को अंजाम देने से पहले ही रात्रि गश्त पर निकली क्राइम ब्रांच की टीम ने तीनों को धर दबोचा। उनके कब्जे से चोरी में इस्तेमाल किए जाने वाले औजार, एक बिना नम्बर प्लेट की मोटरसाइकिल बरामद हुई। प्राथमिक पूछताछ में उन्होंने बताया कि उन्होंने मुथूट फाइनेंस की रेकी की और चोरी करने के लिए वहां पर आए थे। पुलिस ने तीनों से अन्य वारदातों को बारे में पूछताछ कर रही है।

ऐसे करते हैं चोरी


पुलिस ने बताया कि रूपसिंह एवं सागर नेपाली मूल के सुरक्षाकर्मियों से बंद घरों की जानकारी जुटाते हैं। कुछ मामलों में वे अपने साथी को व्यावसायिक स्थलों पर नौकरी पर रखवाते हैं फिर जब वहां तगड़ा माल होने की भनक लगती है तब हाथ साफ कर फरार हो जाते हंै। रूपसिंह व सागर महाराष्ट्र में चोरी के मामलों में पकड़े गए थे। उस दौरान रोशन भी चोरी पकड़ा गया था। पूणे की यरवदा जेल में करीब दो साल तक रहने के बाद वे रिहा हुए थे। रिहा होने के बाद वे फिर से सक्रिय हो गए थे।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो