सूरत सिल्क सिटी सूरत में यदि कपड़ा उद्योग के लिए आवश्यक शैक्षणिक संस्थाएं होगी, तो सूरक के कपड़ा उद्योग का विकास तेजी से होगा। इसे देखते हुए इन्डस्ट्रीयल कमिश्नर से मिलने गए सूरत के कपड़ा उद्यमियों ने इन्डस्ट्रीयल कमिश्नर से सूरत में नेशनल इन्स्ट्टियूट ऑफ फैशन टैक्नोलॉजी की मांग की है। इसके अलावा अपनी कंपनी के श्रमिकों लिए होने वाले खर्च को कंपनी के कोर्पोरेट सोशल रिस्पोंस्बिलिटी के खर्च में जोडऩा चाहिए। मंगलवार को सूरत के कपड़ा उद्यमी संजय सरावगी व अन्य उद्यमियों ने टैक्सटाइल कमिश्नर ममता वर्मा से मुलाकात के दौरान उनसे कहा कि सूरत कपड़ों के मामले में दुनियाभरमें प्रख्यात है, लेकिन यहां कपड़ा आधारित शैक्षणिक संस्था नहीं होने से विकास रूका है। इसलिए यहां पर नेशनल इन्स्ट्टियूट ऑफ फैशन टैक्नोलॉजी पूर्ण तौर से शुरू करने की आवश्यकता है। इसके अलावा अपनी कंपनी के श्रमिकों के रहन-सहन, दवाई, शिक्षण व कपंनी के अपग्रेडेशन और पर्यावरण के लिए होने वाले खर्च को कंपनी के कोर्पोरेट सोशल रिस्पोंस्बिलिटी के खर्च में जोडऩा चाहिए।