दो दिन पहले नीव को अपना बेटा नहीं बताकर पत्नी के चरित्र पर सवाल उठाना वाला आरोपी अब खुद कठघरे में है। पुलिस यह भी पता कर रही है कि आरोपी के कई महिलाओं से अवैध संबंधों का पता चलने पर कहीं पति-पत्नी के बीच कोई विवाद तो नहीं था? साथ ही नीव को नदी में फेंकने की वजह यह तो नहीं थी।
पुलिस पूछताछ में सामने आया कि आरोपी निशित ने मासूम नीव को नदी में फेंकने से पहले उसके अपहरण की साजिश बना ली थी। इसके लिए सोशल मीडिया पर बच्चों को अगवा करने वाले गैंग जैसे वायरल संदेशों को आधार बना लिया। गंगाधरा में 26 जून को बच्चा उठाने वाली गैंग समझकर भीड़ ने पांच महिलाओं को पीटा था। यहीं से आरोपी निशित ने वारदात को अंजाम देने का ताना-बाना बुनना शुरू कर दिया। बाद में नदी में बच्चे को फेंककर लोगों की सहानभूति और खुद को निर्दोष साबित करने के लिए कहानी बता दी। लेकिन सच और उसकी काली करतूत छिप नहीं सके।
पुलिस ने फिर वारदात को दोहराया
पुलिस ने सोमवार को फिर पूरे घटनाक्रम को समझने के लिए हूबहू दर्शाने का प्रयास किया। आरोपी निशित को साथ में लेकर नांदिड़ा गांव के पास मिंढोला नदी के ब्रिज से वारदात को दोहराया। जिस जगह से आरोपी ने मासूम बच्चे को फेंका था, वहीं से पुलिस ने डमी को आरोपी से ही फिंकवाया। हर पहलू को गहनता से समझा। इससे पूर्व वारदात का खुलासा होने के बाद भी पुलिस ने एफएसएल की मदद से वारदात के सभी पक्षों को सजीव चित्रण किया था। इस बीच पुलिस को परिश्रम पार्क पर स्थित रेस्टोरेंट से सीसीटीवी फुटेज मिले, जिसमें निशित कार में बैठकर नदी से वापस आता दिखाई दे रहा है। कार के आने और जाने के बीच सिर्फ चार से पांच मिनट का समय है। इसी बीच उसने वारदात को अंजाम दिया, जिसकी पुष्टि हो गई।
आरोपी के खिलाफ प्रदर्शन, पुतला फूंका
पुलिस रिमांड पर चल रहे आरोपी निशित पटेल की करतूत सामने आने के बाद से जिले भर में उसके खिलाफ लोगों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है। कामरेज तहसील के सेवणी गांव में लोगों ने उसके पुतले का दहन किया। समाज में भी उसे खिलाफ काफी रोष है। फिर कोई ऐसा करने का दुस्साहस नहीं करें इसके लिए समाजजनों ने पुलिस प्रशासन से मांग की कि उसे कड़ी से कड़ी सजा दी जाए।