इस कार्य में दो पोकलेन मशीनें, 14 जेसीबी मशीनें, 23 टे्रक्टर, 12 डम्पर, 2 डिवाइडर मशीनें और 20 नावों का उपयोग किया गया। इसके अलावा वराछा जोन और अठवा जोन से गुजरने वाली खाडिय़ों की 670 मीटर तक सफाई की गई। विभिन्न जोन में पानी की बर्बादी करने वाले 46 लोगों को नोटिस दिया गया। शहर में अलग-अलग जगह जलापूर्ति नेटवर्क में आठ जगह लीकेज ढूंढकर रिपेयर किए गए। 59 रिचार्ज बोरवेल की भी सफाई की गई।
कदरामा में तालाब के काम से जल संचय अभियान शुरू
गुजरात की स्थापना दिवस के अवसर पर राज्य सरकार के सुजलाम् सुफलाम् जल संचय अभियान की दक्षिण गुजरात में शुरुआत ओलपाड के कदरामा गांव में तालाब की गहराई बढ़ाने के कार्य के साथ की गई। एक महीने तक चलने वाले इस अभियान का शुभारंभ आदिजाति विकास मंत्री गणपत वसावा ने किया। इस अवसर पर ओलपाड के विधायक मुकेश पटेल तथा कलक्टर डॉ. धवल पटेल भी मौजूद थे।
जल संचय अभियान के तहत दक्षिण गुजरात के सूरत, तापी, नवसारी, वलसाड और डांग जिले में 57 करोड़ रुपए के खर्च से 5633 कार्य किए जाएंगे।
इसमें तालाब और चैक डेमों की गहराई बढ़ाने से लेकर नहर, नालों और खाडिय़ों की सफाई, जलापूर्ति नेटवर्क में लीकेज रिपेयर आदि कार्य शामिल हैं। जनभागीदारी से शुरू किए गए इस अभियान में 430 तालाब और चैक डेमों की गहराई बढ़ाई जाएगी। मनरेगा के तहत 37.58 करोड़ रुपए के खर्च से 2048 कार्य, शहरी विकास विभाग की ओर से 1.33 करोड़ के खर्च से 441 कार्य तथा मनपा और नपा की ओर से करोड़ों रुपए की लागत से जल संचय के कई कार्य किए जाएंगे।
सूरत जिले में 10.51 करोड़ खर्च होंगे : सूरत जिले में 10.51 करोड़ रुपए के खर्च से जल संचय के 2243 कार्य किए जाएंगे। जनभागीदारी में 2.43 करोड़ रुपए के खर्च से 166 कार्य, मनरेगा के तहत 6.75 करोड़ के खर्च से 825 कार्य, 29 लाख के विभागीय कार्य, शहर विकास विभाग की ओर से 1.03 करोड़ के खर्च से 402 कार्य किए जाएंगे।
इन कार्यों के लिए 175 जेसीबी मशीनों और 350 ट्रेक्टरों का उपयोग किया जाएगा।