जानकारी के अनुसार लीलापुर के पास वलसाड पारडी से कश्मीर नगर के बीच एक बिल्डर ने प्लाट काटकर बेचे थे। यहां तक आने का रास्ता नहीं होने के कारण जब खरीदारों में असंतोष बढ़ा तो उसने सरकारी झुग्गी बस्ती कश्मीर नगर के सरकारी रास्ते पर ही पुल बना दिया। पालिका प्रशासन इस पूरे मामले को लेकर मौन है।
ओरगा नदी के किनारे बसी है बस्ती यह बस्ती ओरगा नदी के किनारे बसी हुई है। मानसून के दौरान जब भी तेज बारिश होती है, यहां बाढ़ जैसे हालात बन जाते हैं। लोगों के घरों में पानी भर जाता है। स्थानीय निवासियों का आरोप है कि इस पुल के बन जाने से मानसून के दौरान स्थितियां और विकट हो जाएंगी।
अधिकारी मौन, पदाधिकारी अनजान सरकारी जमीन पर इस पुल को निजी स्तर पर बनाने की अनुमति बिल्डर को कैसे मिली इसे लेकर पालिका प्रशासन में कोई बात करने को तैयार नहीं है। अधिकारियों ने इस सवाल पर जहां मौन साध लिया है, पदाधिकारियों ने ऐसे किसी मामले से अनभिज्ञता जताई है। पालीका प्रमुख पंकज अहीर ने तो साफ कह दिया कि उन्हें पता ही नहीं पुल कब और कैसे बन गया। उन्होंने हालांकि मामले की जांच की बात कही है, लेकिन लोगों को आरोप है कि सत्ता की मिलीभगत के बगैर इस तरह का काम नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि यह सरकारी जमीन पर पुल बनने का मामला है, जो रातोंरात संभव नहीं।