सूरत

पिछले एक सप्ताह में उत्तरभारतीयों पर हमले की कोई गंभीर घटना नहीं – जाड़ेजा

– गृह राज्य मंत्री प्रदीपसिंह जाड़ेजा ने बताया शांति के कारण पलायन करने वाले कई लोग लौटे

सूरतOct 15, 2018 / 01:01 pm

Dinesh M Trivedi

पिछले एक सप्ताह में उत्तरभारतीयों पर हमले की कोई गंभीर घटना नहीं – जाड़ेजा

सूरत. सूरत में तो कोई घटना हुई ही नहीं है लेकिन पिछले एक सप्ताह में पूरे प्रदेश में उत्तर भारतीयों पर हमले की कोई गंभीर घटना सामने नहीं आई है। रविवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर गृह राज्य मंत्री प्रदीपसिंह जाड़ेजा ने बताया कि सूरत अलग अलग प्रांतों के लोगो के बीच भाईचारे का माहौल रहा है। भूतकाल में भी कभी क्षेत्रवाद को लेकर कोई हिंसा नहीं हुई है। वहीं प्रदेश में भी पिछले एक सप्ताह से शांती है। कहीं कोई गंभीर घटना सामने नहीं आई है। गुजरात में देश भर से लोग रोजगार के लिए आते है और गुजरात के विकास में सब का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। राज्य सरकार सभी लोगों की सुरक्षा के लिए कटिबद्ध है। सडक़ हादसे की दुर्रभाग्यपूर्ण घटना को हेट क्राइम से जोड़ा जाना निंदनीय व दुखद है। पिछले एक सप्ताह से शांती के चलते पलायन करने वाले कई लोग वापस लौटे है।
सामान्य अपराधिक घटनाओं को हेट क्राइम से न जोड़ा जाए

सूरत. खटोदरा क्षेत्र में शुक्रवार को उत्तरप्रदेश के एक युवक की मौत की घटना को कई न्यूज वेबसाइटों पर हेट क्राइम व मॉब लिङ्क्षचंग से जुड़ी खबरे प्रसारित होने के मामले को लेकर रविवार को शहर पुलिस आयुक्त सतीष शर्मा ने एक प्रेस वार्ता आयोजित की। उन्होंने बताया कि उत्तर गुजरात में बच्ची से बलात्कार की घटना को लेकर सूरत में किसी भी उत्तरभारतीय पर कोई हमला नहीं हुआ है। इसके लिए पुलिस ने सभी थानों में विशेष दस्ते तैनात किए है जो सातों दिन चौबिस घंटे सक्रिय है। फिर भी चार घटनाओं को हेट क्राइम से जोड़ कर खबरे प्रसारित हुई है। जो दुर्भाग्यपूर्ण है। ऐसा नहीं होना चाहिए। पूर्व में दो घटनाएं वराछा के जगदीशनगर व घनश्याम नगर में हुई थी। कुछ समाज कंटकों द्वारा प्रवासी व्यापारियों को डरा, धमका कर तोडफ़ोड़ कर लूट-पाट की गई थी। इन मामलों में लिप्त आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया है। जो आरोपित है वह शातिर है तथा पहले भी इस तरह व्यापारियों हमला कर लूटपाट व जबरन वसूली में लिप्त रहे है। उन्होंने प्रवासियों ही नहीं स्थानीय व्यापारियों को भी निशाना बनाया। दोनों मामलों में जिन दुकानदारों पर हमला हुआ था। वे सूरत में ही है। उसके बाद सचिन जीआईडीसी क्षेत्र की घटना को भी इससे जोड़ा गया। उस मामले में भी पुलिस ने 20 आरोपितों को गिरफ्तार किया है। यह मामला भी निजी विवाद का था। गरबा देखने के एक युवक ने स्थानीय युवक पर हमला किया और भाग निकला था। वह भाग कर उत्तरभारतीय बहुल बस्ती में घुस गया था। जिस युवक पर हमला हुआ था। उसने अपने साथियों को एकत्र किया और उसे ढूंढने के लिए बस्ती में घुस गया। उन्होंने सब घर देखे एक उत्तरभारतीय ने उन्हें देख कर दरवाजा बंद कर दिया था तो हमलावर के वहां छिपे होने की आशंका में उन्होंने तोडफ़ोड़ की थी। जिस व्यक्ति के घर का दरवाजा तोड़ा गया था। वह भी शहर में ही है। चौथी घटना में शुक्रवार रात खटोदरा थानाक्षेत्र के भगवान महावीर कॉलेज के निकट सडक़ हादसे में उत्तरप्रदेश के एक युवक अमरजीत (32) की मौत हो गई थी। इसको लेकर कुछ न्यूज वेबसाइट में मॉब लिंचिग या हत्या की खबरेंं प्रसारित हुई थी। पुलिस ने मामले की बारिकी से जांच की। मैंने खुद मौका मुआयना किया था। उन लोगों से भी पूछताछ की गई जिन्होंने उसे निकटवर्ती अस्पताल में पहुंचाया था। वहां कोई मॉब लिचिंग या हत्या नहीं हुई। मामला सडक़ हादसे का था। मोटरसाइकिल की रफ्तार तेज थी। वह खजूर के पेड़ से टकराई। सिर में चोंट लगने से अमरजीत की मौत हो गई। पेड़ पर व सडक़ पर हादसे के निशान मिले है। अमरजीत का मोबाइल नहीं मिला है। जो शायद छिटक कर कहीं गिर गया होगा। उसकी भी तलाश की जा रही है। हमने बेवजह समाज में तनाव फैलाने वाली इन खबरों का खंडन किया है। हमारी मीडिया से अपील है कि वह अपना दायित्व जिम्मेदारी से निभाए। इस तरह की खबरों में पुलिस का पक्ष भी शामिल करे। पुलिस अधिकारियों का वर्जन जरुर ले। लोगों से अपील है कि वह सोशल मीडिया अफवाह फैलाने तत्वों से दूर रहे उन्हें बढ़ावा न दे। किसी भी तरह की परेशानी हो तो पुलिस से संपर्क करे।
Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.