भाटिया टोलनाका पर टोल टैक्स का मामलास्थानीय वाहनों को छूट देने की मांग के साथ आंदोलन शुरू
Toll tax case on Bhatia TolnakaThe movement started with the demand to give discounts to local vehicles
बारडोली. भाटिया टोलनाका पर सूरत शहर और जिला के वाहनों को
टोल में छूट देने की मांग के साथ बारडोली के स्वराज आश्रम से आंदोलन की शुरुआत हुई। जिला के सहकारी अग्रणी, किसान और ग्राम पंचायत के सरपंचों की उपस्थिति में हुई सभा में भाटिया टोलनाका संघर्ष समिति ने हल नहीं निकलने पर मार्च में टोलनाका पर जाम करने की चेतावनी दी।
बारडोली के सहकारी अग्रणी बाबू वनमाली पटेल की अध्यक्षता में स्वराज आश्रम बारडोली में हुई बैठक में कहा गया कि कामरेज के चोर्यासी टोलनाका पर स्थानीय वाहनों को छूट मिल सकती है तो भाटिया टोलनाका पर क्यों नहीं। जिले के इन्हीं लोगों की अगुवाई में चोर्यासी टोलनाका पर 20 दिनों तक आंदोलन कर टोल से छूट पाने में सफलता प्राप्त की थी।
इस अवसर पर सहकारी अग्रणी बाबू पटेल ने कहा कि लोगों की सुविधा के लिए मार्ग बनने की जिम्मेदारी सरकार कीहै। सरकार टोल टैक्स वसूलती है, लेकिन रोड पर कहीं भी शौचालय या पीने के पानी की सुविधा तक मुहैया नहीं करवाती। टोल टैक्स के खिलाफ हमें गांधी के बताए रास्ते पर आंदोलन करना है। संघर्ष समिति के अग्रणी दर्शन नायक ने बताया कि टोलनाका पर स्थानीय वाहनों को छूट देने की परंपरा वर्षों से चली आई है। इस लड़ाई में कोई राजनीतिक फायदा उठाने की बात नहीं है। अगर अधिकारी जीजे 19 और जीजे 5 के वाहनों को मुक्ति दे देते हैं तो यह आंदोलन समाप्त कर दिया जाएगा। आंदोलन को बारडोली के 80 प्रतिशत से अधिक ग्राम पंचायतों ने लिखित में समर्थन किया है। वहीं, मांडवी तहसील के 25 से अधिक पंचायतों ने समर्थन देकर टोल टैक्स से छूट की मांग की है।
नायक ने कहा कि 27 फरवरी को जिला कलक्टर, जिला विकास अधिकारी, सूरत शहर कमिश्नर समेत उच्च अधिकारियों को ज्ञापन देकर टोल टैक्स से छूट देने की मांग की जाएगी। इसके बाद प्रधानमंत्री, केन्द्रीय परिवहन मंत्री, राज्य के मुख्यमंत्री समेत 45 से अधिक सरकारी विभागों को इ-मेल से ज्ञापन दिया जाएगा। साथ ही जनजागृति के लिए भाटिया टोलनाका के पास पत्रिका का वितरण किया जाएगा। मार्च के प्रथम सप्ताह तक सरकार द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई तो इसके बाद टोल नाका पर जाम किया जाएगा।
सहकारी अग्रणी हसमुख पटेल ने इस आंदोलन को समर्थन घोषित करते हुए लोगों से जुडऩे की अपील की। सामाजिक अग्रणी मोहन पटेल तथा सूरत के अग्रणी प्रकाश देसाई ने सहयोग का आह्वान किया। इस अवसर पर किसान अग्रणी जयेश पटेल, अरविंद पटेल, परिमल पटेल समेत सहकारी, सामाजिक और किसान अग्रणी उपस्थित थे।