दमणगंगा नदी में पानी नहीं, छठ व्रतियों में निराशा
अभी तक दमणगंगा नदी वियर में नहीं पहुंचा पानी

वापी. बीते कुछ दिनों से दमणगंगा नदी के वियर में पानी नहीं है। इससे नोटिफाइड विस्तार में जलापूर्ति की समस्या आ रही है। वियर में पानी न होने के कारण दमणगंगा नदी भी सूख रही है। इसके चलते चैत्री छठ पर्व मनाने वाले श्रद्धालुओं में निराशा है।
जानकारी के अनुसार मधुबन डेम से पानी न छोडऩे से दमणगंगा नदी में पानी नहीं बचा है। कोजवे के पास बनाया वियर भी सूखने की कगार पर है। इससे नोटिफाइड विस्तारों में पानी की कटौती की जा रही है, लेकिन अब नई दिक्कत हो गई है। वापी और आसपास बसे बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश के हजारों लोग चैत्र नवरात्र की छठ का त्योहार भी व्यापक स्तर पर मनाते हैं। यह त्योहार गुरुवार को मनाया जाएगा। इस बार नदी में पानी नहीं होने से जल में खड़े रहकर अध्र्य कैसे देंगे, इसी चिंता में लोग हैं।
जमा पानी में गंदगी
वियर में पानी न होने से नदी में पत्थरों के बीच में कई जगहों पर पानी जमा है, लेकिन यह पानी गंदा है और जलीय वनस्पति जमा होने से श्रद्धालु इसमें खड़ा होना नहीं चाहेंगे। बुधवार शाम को भी बहुत से लोग नदी में पानी देखने गए थे। वहीं पानी न होने से निराश होकर लौटे। गुंजन क्षेत्र में रहने वाले रिक्शा चालक मोहन ने बताया कि चैत्र छठ पर गुरुवार शाम को सूर्य पूजा और अध्र्य देने के लिए नदी में पानी नहीं है। अब राता या अन्य जगहों पर पूजा के लिए जाना पड़ेगा। पिछले कई साल से दमणगंगा नदी पर ही यह पूजा करते आ रहे थे।
दमणगंगा नदी तट पर छठ पूजा की व्यवस्था करने वाले बिहार वेलफेयर एसोसिएशन के प्रमुख बिपुल सिंह ने नदी में पानी न होने पर अफसोस जाहिर करते हुए कहा कि उन्होंने इस संबंध में विधायक कनु देसाई से भी बात की थी। उन्हें बताया गया था कि डेम से पानी छोड़ा गया है, लेकिन बुधवार शाम तक भी नदी का कोजवे और वियर सूखा ही था। उम्मीद है कि गुरुवार को पूजा करने के समय तक पानी यहां पहुंच जाए।

नोटिफाइड अधिकारी ने भी जताई थी चिंता
वियर में पानी की कमी होने पर जलापूर्ति व्यवस्था प्रभावित होने पर नोटिफाइड सीओ ने भी मधुबन डेम से पानी छोडऩे के लिए दमणगंगा नहर विभाग के अधिकारी को तीन अप्रेल को पत्र लिखा गया था। दो दिन बाद कहा गया था कि डेम से पानी छोड़ा जाएगा। हालांकि बुधवार शाम तक नदी सूखी ही थी और वियर के निचले हिस्से तथा आसपास जमा पानी नाले के पानी जैसा दिख रहा था। इसे देखकर श्रद्धालुओं में बहुत निराशा हुई।
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