मढ़ी ग्राम पंचायत में सरपंच और सदस्य पद के लिए चार उम्मीदवारों के पैनल को पंखा चिह्न आवंटित किया गया था। रविवार को अचानक चुनाव अधिकारी ने यह चिह्न मान्य नहीं होने की बात कह उसे बदलने की सूचना दी। इससे उम्मीदवारों में हडक़ंप मच गया। बाद में अधिकारी ने चारों उम्मीदवारों को चाय की केतली का चिह्न आवंटित कर भूल सुधार ली।
जानकारी के अनुसार बारडोली तहसील की मढ़ी ग्राम पंचायत में सरपंच पद के लिए प्रितेश पावागढ़ी और सदस्य पद के लिए तीन प्रत्याशियों समेत चार लोगों ने नामांकन दाखिल किए थे। उन्होंने तीन चुनाव चिह्न का चयन किया था, जिसमें पंखा, चेन और दूरबीन शामिल थे। चुनाव अधिकारी ने वेरिफिकेशन किए बगैर पंखा आवंटित कर दिया। चिह्न आवंटन के बाद उम्मीदवारों ने प्रचार सामग्री छपवाकर प्रचार शुरू कर दिया।
इस बीच रविवार दोपहर को अचानक चुनाव अधिकारी ने उम्मीदवारों को फोन कर बताया कि पंखा मान्य सूची में नहीं है और उसे बदलना होगा। चुनाव अधिकारी की बात सुनकर उम्मीदवारों की हालत खराब हो गई। इस बीच उम्मीदवारों को तहसील कार्यालय बुलाकर नया चिह्न देने को कहा गया। बाद में उन्हें चाय की केतली का चुनाव चिह्न दिया गया।
बैलेट छपने गए तो पता चली लापरवाही जानकारों के मुताबिक जब बैलेट पेपर छपने गए तब इस लापरवाही की बात सामने आई। छापाखाने से चुनाव अधिकारी को मामले की जानकारी देकर चिह्न बदलने के लिए कहा गया। इस मामले में एक प्रत्याशी प्रितेश पावागढ़ी ने बताया कि उन्होंने प्रचार सामग्री भी छपवा ली थी। ऐन वक्त में इस बदलाव से आर्थिक नुकसान के साथ ही चुनाव की संभावनाओं पर भी असर पड़ा है। हालांकि चुनाव अधिकारी दावा है कि मामला सुलझा लिया गया है। उन्होंने बताया कि उम्मीदवारों को उनकी पसंद का चिह्न आवंटित कर दिया है।