वीएनएसजीयू परीक्षाओं में गड़बडिय़ों को लेकर बदनाम है। 20 नवम्बर को एफवाय बीबीए के ओल्ड कोर्स के विद्यार्थियों का कॉम्युनिकेशन स्किल का प्रश्नपत्र था। परीक्षा का समय दोपहर 3.15 था। जब प्रश्नपत्र दिया गया तो सभी चौंक गए। किसी को प्रश्नपत्र देख कुछ समझ नहीं आया, क्योंकि प्रश्नपत्र में अलग ही प्रश्न थे। उन्हें दूसरे विषय का प्रश्नपत्र थमा दिया गया था। कॉलेज प्रशासन ने बताया कि एफवाय बीबीए के विद्यार्थियों का कॉम्युनिकेशन स्किल की जगह कम्युनिकेशन एंड सोफ्ट स्किल का प्रश्नपत्र थमा दिया गया। इसको लेकर परीक्षा खंड में हंगामा मच गया।
कॉलेज प्रशासन ने विश्वविद्यालय प्रशासन से संपर्क कर गड़बड़ी की जानकारी दी। कम्युनिकेशन एंड सोफ्ट स्किल का पेपर 22 नवम्बर को है। इससे पहले ही विद्यार्थियों के हाथ में इसका पेपर आ गया। समय से पहले मिल जाने से पेपर लीक हो गया। सभी कॉलेज में यह पेपर 22 नवम्बर को पहुंच गया और विद्यार्थियों के हाथों में खुल भी गया। कॉलेज प्रशासन ने बताया कि विश्वविद्यालय प्रशासन को गड़बड़ी की जानकारी मिलते ही गलती सुधारने का प्रयास शुरू किया गया। सभी कॉलेजों को मेल के माध्यम से प्रश्नपत्र भेजा गया। प्रश्नपत्र मिलने के बाद फोटो कॉपी करवाकर परीक्षार्थियों को प्रश्नपत्र दिया गया। इसमें आधे घंटे से अधिक समय लग गया।
एमकॉम के पेपर में भी गड़बड़ी
बुधवार को एमकॉम सेमेस्टर 3 की परीक्षा में भी गड़बड़ी का पता चला है। सेमेस्टर 3 का बुधवार को फाइनेंशियल मैनेजमेंट का प्रश्नपत्र था। अंग्रेजी और गुजराती माध्यम में परीक्षा आयोजित की गई थी। सिंडीकेट सदस्य भावेश रबारी ने आरोप लगाया कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने मात्र अंग्रेजी माध्यम में पेपर निकाला। गुजराती माध्यम के परीक्षार्थियों को भी अंग्रेजी का पेपर दिया गया। साथ ही पेपर 15 से 20 मिनट देर से दिया गया। इसे पूर्ण करने के लिए अतिरिक्त समय नहीं दिया गया।
एक और गड़बड़ी का आरोप
सिंडीकेट सदस्य भावेश रबारी ने एफवाय बीए के पेपर में भी गड़बड़ी होने का आरोप लगाया है। एफवाय बीए के परीक्षार्थियों को 30 से 45 मिनट देर से पेपर देने का आरोप है। साथ ही पुराने कोर्स के परीक्षार्थियों को नए कोर्स के अनुसार पर्चा देने का भी आरोप लगाया गया है। इस मामले में जांच कर कार्रवाई करने की मांग की गई है। भावेश ने कार्रवाई नहीं होने पर कॉलेज बंद करने की चेतावनी दी है।