कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए दक्षिण गुजरात में अपनी ग्रांट से राशि देने की शुरुआत सांसद सीआर पाटिल ने की थी। उसके बाद क्षेत्र के अन्य सांसदों और विधायकों ने भी अपनी ग्रांट की राशि कोरोना से निपटने के उपायों पर खर्च करने का ऐलान किया था। यह सिलसिला मनपा पार्षदों तक पहुंचा और पार्षद असलम साइकिलवाला ने अपनी बची ग्रांट की शेष राशि कोरोना के लिए खर्च करने का ऐलान किया। इस आशय का खत भी असलम ने मनपा प्रशासन को लिखा था। उसके बाद सिलसिलेवार कांग्रेस के अन्य पार्षदों ने भी अपनी ग्रांट को कोरोना फंड में देते हुए इसे महामारी से निपटने के उपायों पर खर्च करने संबंधी खत मनपा प्रशासन को लिखे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को मन की बात में और इससे पहले भी देशभर में समर्थ लोगों से कोरोना से निपटने में आर्थिक सहयोग की अपील की थी। यह मुहिम सूरत में जोर पकड़ती दिख रही है। कोरोना फंड में आर्थिक सहयोग की मुहिम को आगे बढ़ाते हुए पार्षद असलम साइकिलवाला ने अब मनपा से मिल रहे मानद वेतन को भी कोविड 19 में देने का निर्णय किया। उन्होंने मनपा सेक्रेटरी को इस आशय का पत्र लिखा है, जिसमें अपने मानद वेतन को कोविड 19 के खाते में जमा करने की बात कही गई है। माना जा रहा है कि असलम की इस मुहिम में शहर के अन्य पार्षद भी शामिल हो सकते हैं।
जमा हो सकते हैं 20 लाख से ज्यादा मनपा बोर्ड में इस समय 116 पार्षद हैं। हर पार्षद को 15 हजार रुपए मानद वेतन मिलता है। इसके साथ ही प्रति बैठक एक हजार रुपए अतिरिक्त भत्ता मिलता है। इस बार बजट पर चर्चा के लिए सामान्य सभा तीन दिन चली थी, इसलिए पार्षद के वेतन में तीन हजार रुपए अतिरिक्त जुड़ेंगे। असलम की मुहिम के समर्थन में सभी पार्षद आगे बढ़कर अपना मानद वेतन कोविड 19 के लिए देते हैं तो कोरोना से निपटने के लिए देखते ही देखते 20 लाख से ज्यादा की राशि मनपा के पास सरप्लस होगी। कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए पानी की तरह पैसा बह रहा है। ऐसे में 20 लाख रुपए की अतिरिक्त राशि मनपा के बड़े काम आ सकती है।