प्लास्टिक वेस्ट का वैज्ञानिक निस्तारण संभव नहीं हो पाता। इसके व्यवस्थित निस्तारण के लिए मनपा प्रशासन ने रास्ते बनाने में श्रेडेड प्लास्टिक वेस्ट का इस्तेमाल शुरू किया था। इस तकनीक से मनपा प्रशासन अब तक १.२५ लाख वर्गमीटर से अधिक क्षेत्र में १६ रनिंग किमी का रास्ता बना चुका है। इसके निर्माण में ९० टन प्लास्टिक वेस्ट का इस्तेमाल किया गया था। एक साल से इन रास्तों पर आवागमन हो रहा है और इसके परिणाम उत्साहजनक आए हैं। इसे देखते हुए मनपा प्रशासन ने शहरभर में २४ मीटर और उससे अधिक पहुंच के रास्तों को इसी तकनीक से बनाने का निर्णय किया है। इसके लिए टेंडर प्रस्ताव मंगाए गए थे। गुरुवार को होने वाली स्थाई समिति की बैठक में इस पर निर्णय किया जाएगा।
इसके अलावा प्रस्तावित वेड-वरियाव ब्रिज के लिए जमीनों का संपादन किया जाना है। ब्रिज निर्माण के लिए अनिवार्य संपादन की प्रक्रिया शुरू करने पर भी बैठक में निर्णय किया जाएगा। तापी शुद्धिकरण अभियान के तहत सूडा विस्तार में वालक खाड़ी, गढपुर खाड़ी और वराछा खाड़ी में स्लूज गेट और डायवर्जन वाल बनाई जानी है। मनपा प्रशासन ने इसका प्रस्ताव भी स्थाई समिति को भेजा है। समिति की बैठक में इनके साथ ही एजेंडे में शामिल अन्य प्रस्तावों पर भी निर्णय किया जाएगा।
आज तय होगा कंसलटेंट
शहर में अलथाण-बमरोली ब्रिज से भीमराड-बमरोली ब्रिज तक खाड़ी किनारे बायो डायवर्सिटी पार्क बनाया जाना है। सूरत महानगर पालिका और राज्य सरकार की जमीन पर बनने वाले इस पार्क के लिए लैंडस्केप आर्किटेक्ट और कंसलटेंट की नियुक्ति की जानी है। टेंडर स्क्रूटनी कमेटी (टीएससी) की बुधवार को होने वाली बैठक में इस पर निर्णय किया जाएगा।