nursing admission : नर्सिंग की पढ़ाई तो शुरू हो गई पर क्या फीस भरनी इसे लेकर अभी भी असमंजस
– राज्य में मंजूर हुई नई नर्सिंग कॉलेजों nursing council gujarat के साथ 185 कॉलेजों की फीस अभी तक नहीं हुई है तय- फीस को लेकर विद्यार्थियों के साथ कॉलेज संचालक भी बड़ी दुविधा में- फीस तय नहीं होने पर संचालक विद्यार्थियों से फीस भी वसूल नहीं सकते
nursing admission : नर्सिंग की पढ़ाई तो शुरू हो गई पर क्या फीस भरनी इसे लेकर अभी भी असमंजस
सूरत.
राज्य के पेरा मेडिकल के नर्सिंग पाठ्यक्रम nursing council gujarat में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों की पढ़ाई तो शुरू हो गई है, लेकिन उन्हें क्या फीस भरनी है इसे लेकर असमंजस की स्तिथि बनी हुई है। अभी तक नई मंजूर हुई नई कॉलेजों के साथ 185 नर्सिंग कॉलेजों की फीस तय नहीं हो पाई है। नर्सिंग में प्रवेश लेने वाले अभी पढ़ाई तो कर रहे है, पर क्या फीस तय हुई है यह किसी को पता नहीं है। दूसरी तरफ 12वीं विज्ञान बोर्ड का परिणाम जारी हो गया है। अब नई प्रवेश प्रक्रिया शुरू होने वाली है और नर्सिंग की फीस तय नहीं होने पर संचालकों में नाराजगी देखी जा रही हैं।
हाल ही ने गुजरात बोर्ड ने 12वीं विज्ञान वर्ग का परिणाम जारी किया है। इसके साथ आने वाले दिनों में नीट के आधार पर मेडिकल की प्रवेश प्रक्रिया शुरू होगी। इससे पहले पेरा मेडिकल के नर्सिंग nursing admission और फिजियोथेरेपी पाठ्यक्रम की प्रवेश प्रक्रिया शुरू होगी। सबसे बड़ी बात यह है कि 15 दिन पहले ही प्रवेश समिति ने पिछले साल की नर्सिंग और फिजियोथेरेपी की प्रवेश प्रक्रिया पूर्ण की है। सामान्य रूप से प्रवेश प्रक्रिया शुरू होने से पहले कॉलेजों की फीस तय कर दी जाती है। लेकिन राज्य की नर्सिंग कॉलेजों में प्रवेश प्रक्रिया पूरी कर दी गई है साथ में विद्यार्थियों की पढ़ाई भी शुरू हो जाने के बावजूद अभी तक 185 से अधिक कॉलेजों की फीस तय नहीं हुई है।
– हो रही है दिक्कत:
नर्सिंग कॉलेजों के संचालकों का कहना है की पढ़ाई शुरू हो जाने के बावजूद फीस तय नहीं होने पर बड़ी दिक्कत हो रही है। कई तो जो पुराने कोर्स की फीस थी वो वसूल रहे है। इसके सामने एक ओर दिक्कत ऐसी है की जो नए कॉलेज मंजूर हुए है वो क्या फीस वसूले यह एक बड़ा प्रश्न बना हुआ है।
– कैसे जारी रखे पढ़ाई:
प्रवेश प्रक्रिया के बाद विद्यार्थी हॉस्टल में आकर रहने लगे है और उनकी पढ़ाई अभी चल रही है। लेकिन फीस तय नहीं होने पर आगे की पढ़ाई कैसे जारी रखी जाए यह भी सवाल विद्यार्थियों के साथ संचालकों को परेशान कर रहा है।
तीन साल से फीस तय करना बाकी:
मेडिकल और पेरा मेडिकल की हर तीन साल में फीस तय करने के लिए फीस रेगुलेटिंग कमिटी का गठन किया गया है। फीस कमिटी ने पिछली बार जो फीस तय की थी उसका समय शैक्षणिक सत्र 2020-21 में पूरा हो गया है। कोरोना के चलते कॉलेजों की नई फीस तय नहीं की जा सकी। कोरोना के बाद फीस कमिटी की मीटिंग नहीं होने पर कॉलेजों की नई फीस तय नहीं हो पाई है। इसलिए कई कॉलेजों ने विद्यार्थियों के पास से पुरानी फीस वसूलना शुरू किया है। फीस समिति के सदस्यों का कहना है कि बैठक होते है नई फीस तय कर उसे घोषित कर दिया जाएगा।