सिटीलाइट सूर्या कॉम्पलेक्स निवासी अनुपम गोयल ने शुक्रवार को अपने पिता अशोक गोयल की आगरा से सूरत की टिकट बनवाई। उनकी उम्र 65 वर्ष है, लेकिन किराया में कोई रियायत नहीं मिली। अनुपम ने बताया कि भारतीय रेलवे में वर्षो से सीनियर सिटीजन को किराया में छूट मिल रही थी, उसे रेलवे ने कोविड के बाद बंद कर दी है। पश्चिम रेलवे ने पुराने नम्बर के मुताबिक ट्रेनों का परिचालन शुरू किया है, लेकिन ट्रेनों में कोविड के पहले वाला नम्बर लागू होने के बाद भी किराये में रियायत नहीं मिलना गलत है। पिछले काफी समय से राजधानी, अगस्त क्रांति राजधानी समेत ट्रेनें चलाई जा रही है। इनमें यात्रियों को खानपान और बेडरोल की सुविधा भी शुरू नहीं की गई है।
अगर यह सुविधा नहीं दी जा रही है तो रेलवे को किराया भी कम करना चाहिए। दूसरी तरफ शहर के लोगों की तकलीफ समझते हुए पश्चिम रेलवे में जोनल रेलवे यूजर्स कंसलटेटिव कमेटी सदस्य बिपीन गायत्री ने रेलवे राज्यमंत्री दर्शना जरदोश तथा मुम्बई मंडल के अधिकारियों को आवेदन सौंपा है। उन्होंने आवेदन में मांग की है कि सीनियर सिटीजन के किराया में छूट को तत्काल प्रभाव से लागू किया जाना चाहिए। गौरतलब है कि पश्चिम रेलवे कई लोकल ट्रेनों के भी मेल एक्सप्रेस वाला किराया वसूल रही है। यात्रियों की नाराजगी के बावजूद रेलवे किराये में यात्रियों को कोई रियायत नहीं देने का मन बनाकर बैठी है।