गोधरा एसओजी के पुलिस निरीक्षक के.पी.जाडेजा ने बताया कि 500 और एक हजार रुपए के बंद हो चुके पुराने नोट इद्रीश हयात और जुबैर हयात को मोटा वराछा सुदामा चौक रीवेरा बंगलोज निवासी जमीन दलाल प्रवीण उर्फ पवु मांगुकिया (40) ने ही दिए थे।
प्रवीण उन्हें किसी भी कीमत पर नए नोटों में बदलवाना चाहता था। वह दस से पन्द्रह प्रतिशत में भी बदलवाने के लिए तैयार था। इद्रीश, उसका पुत्र जुबैर व फारुख छोटा इन पुराने नोटों को कमीशन पर बदलने वाले की खोज में थे लेकिन उन्हें कोई लेने वाला नहीं मिल रहा था। उनके पास पुराने नोट होने की सूचना एटीएस को मिलने पर पहले फारुख को पकड़ा गया। उसके पास पांच गडिड्या मिली और फिर इद्रीश के घर दबिश दी गई। इद्रीश तो नहीं मिला लेकिन उसके घर से बड़ी संख्या में पुराने नोट मिले। जिन्हें जब्त कर जुबैर को हिरासत में लिया गया था। उन्हीं से पूछताछ में सामने आई जानकारी के आधार पर सूरत में कार्रवाई की गई।
सूरत एसओजी के पुलिस उप निरीक्षक वी.सी.जाड़ेजा ने बताया कि प्रवीण बरामद नोटों को लेकर कोई स्पष्टता नहीं कर रहा हैैं। हालांकि उसके पास मिले 1.49 करोड़ रुपए वह उसके अपने होने की बात बता रहा हैं जो नोटबंदी के बाद उसके पास रह गए थे। लेकिन गोधरा में मिले नोट को लेकर खुलासा नहीं कर रहा हैं। उससे पूछताछ में जेपी, जय शाह समेत कुछ लोगों के संक्षिप्त नाम मिले है।
हालांकि उसका कोई पुख्ता पता-ठिकाना नहीं मिल पाया है। बरामद नोट किसके हैं और कौन इन्हें बदलने वाला हैं? प्रवीण के बारे में आयकर विभाग को सूचित किया गया हैं साथ ही कोर्ट से प्रवीण के खिलाफ कार्रवाई के लिए अनुमति लेने की कवायद की जा रही हैं।
यहां उल्लेखनीय है कि एटीएस की सूचना पर एसओजी ने मंगलवार को गोधरा से 4.76 करोड़ रुपए के पुराने नोट बरामद किए थे। उसके बाद बुधवार को सूरत के मोटा वराछा इलाके में जमीन दलल के यहां से 1.49 करोड़़ रुपए के बंद हो चुके नोट बरामद किए थे।