शहर में करीब 1.25 लाख एम्ब्रॉयडरी मशीनें हैं। इनके कारखानों में लाखों श्रमिक काम करते हैं। कारीगर रविवार को वेतन के साथ छुट्टी देने की मांग कर रहे हैं, लेकिन कारखानेदार इसके लिए तैयार नहीं हैं। रविवार को करीब दो हजार कारीगरों की टोली पूणा की भवानी इंडस्ट्रियल सोसायटी पहुंची। वह एम्ब्रॉयडरी कारखाने बंद करवाने लगे। उन्होंने तीन कारखानों पर पथराव कर जमकर तोडफ़ोड़ की। उपद्रव से दहशत फैल गई। सूचना मिलने पर आला अधिकारी समेत पुलिस का बड़ा काफिला हालात पर काबू पाने के लिए मौके पर पहुंचा तो उपद्रवियों ने पुलिस पर भी पथराव शुरू कर दिया। पुलिस ने बचाव में उपद्रवियों पर जमकर लाठीचार्ज किया और तीन राउंड फायरिंग कर हालात पर काबू पाया। पुलिस ने यहां से 20 से अधिक उपद्रवियों को हिरासत में ले लिया। पूणा में फैली हिंसा पांडेसरा क्षेत्र तक पहुंच गई। वहां भी हजारों कारीगर इंडस्ट्रियल सोसायटियों में कारखाने बंद करवाने पहुंच गए। कारखानों पर पथराव कर तोडफ़ोड़ की गई। पुलिस ने वहां भी उपद्रवियों पर लाठीचार्ज किया और 40 से अधिक को हिरासत में ले लिया। पुलिस ने उपद्रवियों के खिलाफ मामले दर्ज कर लिए हैं।
पिछले रविवार भी किया था उपद्रव
रविवार को वेतन के साथ छुट्टी घोषित करने की मांग को लेकर पिछले रविवार को भी एम्ब्रॉयडरी कारखानों के कारीगरों ने जमकर उपद्रव मचाया था। आंजणा इंडस्ट्रियल सोसायटी से शुरू हुआ उपद्रव देखते ही देखते, सरथाणा, पांडेसरा, भाठेना, खटोदरा, वेडरोड पंडोल, कतारगाम जीआइडीसी और अमरोली तक पहुंच गया था। उपद्रवियों ने कारखानों में जमकर तोडफ़ोड़ की थी। पुलिस ने उपद्रवियों के खिलाफ अलग-अलग थानों में छह मामले दर्ज किए थे।