सूरत

भाजपाइयों के लिए रात को खुले कलक्टर के द्वार

विजलपोर पालिका सीओ के खिलाफ की शिकायत

सूरतSep 25, 2018 / 11:17 pm

Sunil Mishra

भाजपाइयों के लिए रात को खुले कलक्टर के द्वार


नवसारी. विजलपोर नगर पालिका में दोपहर से रात तक चले हाई वोल्टेज ड्रामा के बाद पालिका के मुख्य अधिकारी किशोर जोशी ने दोनों पक्षों को कोई भी जवाब नहीं दिया और सभा स्थगित रहने का प्रस्ताव लिखने का आदेश देकर पालिका से चलते बने थे। इसे लेकर दोनों पक्षों ने सीओ के खिलाफ आक्रोश जताया। वहीं, सीओ किशोर जोशी को कानून का कोई ज्ञान नही होने का आरोप भी लगाया। रात 8 बजे के बाद पालिका के वर्तमान अध्यक्ष जगदीश मोदी समेत जिला भाजपा के तमाम पदाधिकारी जिला कलक्टर डॉ. एमडी मोडिया से मिलने पहुंचे। उनकी समस्या सुनने के लिए कलक्टर रात को ही अपने कार्यालय के दरवाजे खोले और उन्हें सुना। जहां पर पालिका अध्यक्ष जगदीश मोदी समेत पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष दिनेश पटेल ने कलक्टर मोडिया से पालिका मुख्य अधिकारी जोशी के खिलाफ शिकायत की। मोदी ने कहा कि सीओ को कोई ज्ञान ही नहीं है। उन्होंने सभा को स्थगित करने के बाद 15 मिनट में फिर सभा बुलाने की बात की, जिससे विवाद बढ़ा। उन्होंने योग्य अधिकारी की मौजूदगी में सामान्य सभा आयोजित करने की मांग की। मामले में कलक्टर से बात नहीं हो पाई है।
गौरतलब है कि विजलपोर नपा की 36 में से 33 सीटें जीतकर भाजपा ने सत्ता हासिल की थी, लेकिन कुछ दिनों में ही पालिका अध्यक्ष जगदीश मोदी व विजलपोर शहर भाजपा अध्यक्ष मुकेश कांगुड़े के खिलाफ भाजपा के कुछ पार्षदों ने मोर्चा खोल दिया था। नाराज 13 पार्षदों ने गत दिनों अधिक कलक्टर को ज्ञापन देकर नपा प्रमुख जगदीश मोदी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की मांग की थी। इसके लिए मंगलवार को नपा की विशेष सामान्य सभा कम्युनिटी हाल में बुलाई गई थी। इसमें अध्यक्ष जगदीश मोदी के समर्थक 15 पार्षद एक साथ ही सभा में बैठे। जबकि अविश्वास प्रस्ताव की मांग करने वाले सभी पार्षद भी इस दौरान मौजूद थे। सभा की शुरुआत में ही बागी पार्षदों ने गुप्त मतदान की मांग की। नपा सीओ किशोर जोशी ने गुप्त मतदान के प्रस्ताव को सभा द्वारा मंजूरी देने का राग अलापा, लेकिन अध्यक्ष जगदीश मोदी के समर्थक पार्षदों ने विरोध किया तो सीओ ने गुप्त मतदान से मना कर दिया। इस पर भाजपा के बागी पार्षदों समेत कांग्रेसी पार्षदों ने भी हंगामा किया। इस दौरान सीओ गुप्त मतदान का नियम न होने का हवाला देकर पार्षदों को समझाने की कोशिश में देखे गए। काफी देर तक हंगामा होते देख सीओ ने सामान्य सभा के अध्यक्ष संतोष पुंडकर से पूछे बिना ही सभा को स्थगित करने का आदेश दे दिया और स्वयं ही राष्ट्रगान शुरू कर दिया। इसके बाद बागी पार्षदों ने सभा स्थगित करने का कारण पूछा तो उन्होंने अधिक कलक्टर से बात कर 15 मिनट में फिर से सभा शुरू करने की बात की। इससे पार्षदों में रोष फैल गया और उन्होंने राष्ट्रगान के बाद सभा नहीं करने की मांग की। दूसरी तरफ नपा अध्यक्ष जगदीश मोदी ने अपने 16 समर्थक पार्षदों के साथ शाम साढ़े छह बजे फिर से सभा शुरू करने की मांग की। पार्षदों के बीच घिरे सीओ ने पुलिस को बुलाकर सभी पार्षदों को अपने चेम्बर से बाहर निकाला। करीब साढ़े तीन घंटे तक यह हंगामा चलता रहा। अंत में सीओ पार्षदों को जवाब दिए बिना ही पुलिस सुरक्षा में नपा से बाहर चले गए।
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