पुलिस के मुताबिक, ओडिसा के गंजाम जिले के सूर्यनारायणपुर गांव का निवासी दिलीप प्रधान उर्फ मिट्टू (32) बेहद शातिर है। वह पांडेसरा थानाक्षेत्र के सिद्धार्थनगर स्थित एसएमसी आवास में छिप कर रह रहा था। उसके बारे में मुखबिर से सूचना मिलने पर क्राइम ब्रांच की टीम ने छापा मारा और गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में उसने बताया कि वह 2004 से आपराधिक प्रवृतियों को अंजाम दे रहा है। गंजाम जिले में उसने अपना गिरोह बना रखा था। उसका गिरोह वहां बिल्डरों, सरकारी ठेकेदारों से रंगदारी वसूल करता था। रंगदारी नहीं देने वालों को हमला कर लूट लेते थे। उसके अलावा क्षेत्र में सुधीर पांडी, नोरी मंहती व संतोष रेड्डी के गिरोह के भी सक्रिय थे।
इन गिरोहों के बीच वर्चस्व की रंजिशों में अक्सर गैंगवार की घटनाएं होती थी। हत्या, डकैती, अपहरण, लूट, अवैध रूप से हथियार रखने समेत 29 मामले उसके खिलाफ ओडिसा के गंजाम, छत्रपुर, रम्बा, भंजनगर, खलीकोट समेत कई थानों में दर्ज हुए थे। इन मामलों मेंं पकड़े जाने पर उसे जेल भेज दिया गया था।
बहन की शादी के बहाने हुआ फरार :
गत 1 मई 2018 में दिलीप प्रधान को उसकी बहन की शादी के चलते कोर्ट से पन्द्रह दिन के पेरोल पर रिहा किया गया था। जेल से छूटने के बाद उसने शादी में हिस्सा लिया लेकिन वह फिर लौट कर जेल नहीं गया। वह ओडिसा से फरार हो गया। लंबे समय तक वह अलग अलग शहरों में छिप कर रहा।
विरोधी गिरोह पर देशी बम फेंका था :
पुलिस ने बताया कि दिलीप प्रधान देशी बम बनाने में माहिर है। जेल से छूटने के बाद उसने बम बनाया था और गंजाम में अपने विरोधी सुधीर पांडी गिरोह पर हमला किया था। उसने पांडी गिरोह के लोगों पर फायरिंग भी की थी। 2019 में फरारी के दौरान ही उस पर पुलिसकर्मी पर फायरिंग कर हत्या की कोशिश करने व एक कारोबारी से रंगदारी वसूलने समेत कुल पांच मामले दर्ज हुए थे। जिनमें वह फरार था। ओडिसा से भाग कर वह हैदराबाद, चेन्नई, मुंबई, पूणे व फिर राजस्थान में रहा और आठ दिन पूर्व सूरत आया था।