-लगाव ही इतना, जाना ही पड़ता है सूरत से राजसमंद जिले की आमेट तहसील पंचायत के चुनाव में प्रवासी राजस्थानियों की बसें रविवार को मुंबई के बोइसर, सूरत के पांडेसरा, वापी की जीआईडीसी आदि क्षेत्र से रवाना हुई। इस बारे में स्थानीय कार्यकर्ता फतेहलाल चौहान ने बताया कि पहले तो वहां जो भी चुनाव लड़ता है उसका सीधे तौर पर प्रवासियों से सम्पर्क व रिश्ता होता है। यह आपसी लगाव ही है जो प्रवासियों को इतनी दूर खींचकर ले जाता है और इससे मतदान के प्रति जागरुकता भी बनी रहती है।
-लड़ रहे हैं कई प्रवासी राजस्थानी चुनाव जिला पंचायत व तहसील पंचायत के चुनाव में राजस्थान के स्थानीय लोगों के साथ-साथ कई क्षेत्रों में सूरत, वापी, मुंबई समेत अन्य शहरों में बसे प्रवासी राजस्थानी भी चुनावी किस्मत की जोर-आजमाइश कर रहे हैं। इनमें से दर्जनों प्रवासी राजस्थानी कार्यकर्ता ऐसे हैं जिन्हें भाजपा व कांग्रेस पार्टी ने जिला पंचायत सदस्य व तहसील पंचायत सदस्य पद के लिए टिकट दी है। ऐसे कार्यकर्ताओं के पक्ष में प्रवासियों का झुकाव चुनाव के दौरान अधिक देखने को मिल रहा है।