अभिभावक सुबह दस बजे स्कूल पहुंच गए और विरोध शुरू कर दिया। आरोप है कि स्कूल संचालकों ने ज्यादा फीस की वसूली शुरु कर दी थी। इसका अभिभावकों ने विरोध करते हुए फीस में हुई वृद्धि वापस लेने की मांग की थी। जानकारी मिलते ही एनएसयूआइ कार्यकर्ता भी मौके पर पहुंच गए थे।
फीस को लेकर होने लगा बवाल कोरोना काल में आर्थिक तंगी के कारण फीस के मुद्दे पर एक बार फिर निजी स्कूलों में बवाल देखने को मिल रहा है। दस माह बाद स्कूलों के शुरु होते ही अभिभावकों व निजी स्कूल संचालकों के बीच विवाद शुरु हो गया है। प्रदेश सरकार ने निजी स्कूलों को पच्चीस प्रतिशत फीस माफ कर ट्यूशन फीस लेने की छूट दी है।