विजलपोर नगरपालिका में भाजपा का शासन
उल्लेखनीय है विजलपोर नगरपालिका में भाजपा का शासन है। वहीं, कुछ महीने से भाजपा में ठीक नहीं चल रहा है। सत्ता पक्ष के कई पार्षद काम न होने तथा संगठन के पदाधिकारियों द्वारा महिला पार्षदों का अपमान करने का आरोप लगा रहे हैं। अपनी नाराजगी जताने के लिए 29 जुलाई को नपा की सामान्य सभा में 13 पार्षद अनुपस्थित भी रहे। आरोप है कि इसके बाद पार्टी नेताओं ने इन पार्षदों को परेशान करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। हालांकि इससे पूर्व नाराज पार्षदों को समझाने का प्रयास भी किया गया था। पार्षदों ने अपने वार्ड में काम न करवाने का आरोप भी लगाया था। सोशल मीडिया में विजलपोर शहर भाजपा अध्यक्ष के 1.40 करोड़ के बंगले का जिक्र कर उन पर भी भ्रष्टाचार का आरोप लगाया गया। इसके बाद सोमवार को भाजपा महामंत्री भूरालाल शाह ने नपा उपाध्यक्ष संतोष पुंडकर समेत आठ पार्षदों को नोटिस थमा दिया। बुधवार को पार्षदों ने जवाब भी दिया था। गुरुवार को पांच पार्षद जिला भाजपा कार्यालय पहुंचे और अपना इस्तीफा सौंप दिया। साथ ही जिला महामंत्री भूरालाल को 16 बागी पार्षदों का इस्तीफा वाला पत्र भी दिया। पार्षदों को दबाने का दांव उल्टा पड़ता देख भाजपा के तीन महामंत्री ने पांचों पार्षदों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन इन्होंने इस्तीफा वापस नहीं लिया।
उल्लेखनीय है विजलपोर नगरपालिका में भाजपा का शासन है। वहीं, कुछ महीने से भाजपा में ठीक नहीं चल रहा है। सत्ता पक्ष के कई पार्षद काम न होने तथा संगठन के पदाधिकारियों द्वारा महिला पार्षदों का अपमान करने का आरोप लगा रहे हैं। अपनी नाराजगी जताने के लिए 29 जुलाई को नपा की सामान्य सभा में 13 पार्षद अनुपस्थित भी रहे। आरोप है कि इसके बाद पार्टी नेताओं ने इन पार्षदों को परेशान करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। हालांकि इससे पूर्व नाराज पार्षदों को समझाने का प्रयास भी किया गया था। पार्षदों ने अपने वार्ड में काम न करवाने का आरोप भी लगाया था। सोशल मीडिया में विजलपोर शहर भाजपा अध्यक्ष के 1.40 करोड़ के बंगले का जिक्र कर उन पर भी भ्रष्टाचार का आरोप लगाया गया। इसके बाद सोमवार को भाजपा महामंत्री भूरालाल शाह ने नपा उपाध्यक्ष संतोष पुंडकर समेत आठ पार्षदों को नोटिस थमा दिया। बुधवार को पार्षदों ने जवाब भी दिया था। गुरुवार को पांच पार्षद जिला भाजपा कार्यालय पहुंचे और अपना इस्तीफा सौंप दिया। साथ ही जिला महामंत्री भूरालाल को 16 बागी पार्षदों का इस्तीफा वाला पत्र भी दिया। पार्षदों को दबाने का दांव उल्टा पड़ता देख भाजपा के तीन महामंत्री ने पांचों पार्षदों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन इन्होंने इस्तीफा वापस नहीं लिया।
सांसद पाटिल से भेंट
नाराज पार्षदों ने बताया कि जिला भाजपा अध्यक्ष नरेश पटेल से एक बार, महामंत्री भूरालाल शाह से चार और नवसारी के सांसद सीआर पाटील से दो बार भेंट की, लेकिन उसके बाद भी उनकी समस्या का समाधान नहीं हुआ। पार्षदों ने बताया कि जलालपोर के विधायक आरसी पटेल से भी मिलने की कोशिश की, लेकिन चार घंटे बिठाकर विधायक ने कहलवा दिया कि वह मिलना नहीं चाहते। पार्षदों ने आरोप लगाया कि अविश्वास प्रस्ताव लाने की मांग करने वाले 13 पार्षदों में से आठ को नोटिस दिया। नपा उपाध्यक्ष इसमें शामिल नहीं थे, उसके बाद भी उन्हें नोटिस दिया गया। इसलिए एकजुट रहकर हमने इस्तीफा सौंप दिया है। पार्षद इंद्रजीत राजपूत ने बताया कि नगर पालिका में हमारी नहीं सुनी जाती थी। पार्टी संगठन और विजलपोर विधायक भी नहीं सुनते थे। संगठन में भी अपनी शिकायत बताई थी, लेकिन कोई निर्णय नहीं किया गया। हमारे साथ 20 पार्षद हैं। हमारे काम को रोकने के कारण नपा अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की मांग की थी।
पार्टी करेगी निर्णय
कुछ पार्षद नाराज हैं इनमें से पांच इस्तीफा देने आए थे।, लेकि न पत्र में 12-13 जनों के हस्ताक्षर थे। इसलिए कहा गया कि जितने पार्षद उपस्थित हैं, वे ही इस्तीफा देकर जाएं। पार्टी को इससे अवगत कराया गया है। जो भी निर्णय करना होगा पार्टी करेगी।
भूरालाल शाह, महामंत्री नवसारी भाजपा